लखनऊ। कोरोना ने हर मोर्चे पर मुश्किलें खड़ी हैं। छात्रों क भविष्य भी इसने अंधकारमय बना दिया है। डेढ़ साल से भी अधिक समय से स्कूलों में पढ़ाई ढंग से नहीं हो पा रही है। इसके चलते परीक्षाएं भी रद की जा रही हैं और छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जा रहा है। इससे जहां कई छात्र खुश हैं, वहीं मेधावी छात्र नाखुश हो गए हैं। प्रदेश के आजमगढ़ से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक छात्र ने सिर्फ इस वजह से मौत को गले लगा लिया क्योंकि 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद कर उसे अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया गया था।
मामला जनपद के कंधरापुर थाना क्षेत्र के गद्दीपुर गांव का है। यहां हाईस्कूल के एक छात्र ने घर पर ही फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। घटना की वजह हाईस्कूल की परीक्षा कराए बिना ही प्रोन्नत किया जाना बताया जा रहा है। गद्दीपुर गांव निवासी रजनीश (14) पुत्र सुनील हाईस्कूल का छात्र था। परिजनों के अनुसार वह काफी होनहार और मेधावी था। अक्सर ही वह परिजनों से कहा करता था कि बोर्ड परीक्षा में वह बेहतर परिणाम लाएगा। कोरोना के चलते बोर्ड की परीक्षा नहीं हुई लेकिन वह तैयारी में लगा था।
इसी बीच सरकार ने 2021 की बोर्ड परीक्षा रद्द कर सभी को प्रोन्नत करने का निर्णय ले लिया। इससे वह अवसाद ग्रस्त हो गया था। शुक्रवार को दिन में उसने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने उसे फंदे पर लटका देखा तो सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। छात्र के दो भाई व एक बहन हैं।