एनजेआर, वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी के चांदपुर स्थित एमएसएमई विकास संस्थान में देशी धागों से बनी ‘बायकाट चायना’ और भारत के नक्शा वाली तिरंगा साड़ी प्रदर्शित की गई। साड़ी को डिजाइन करने वाले कारोबारी सर्वेश श्रीवास्तव एवं अदीबा रफत ने कहा कि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान को आत्मसात करते हुए साड़ी में देशी रेशम का प्रयोग किया गया। इस साड़ी पर भारत का नक्शा उकेरने के साथ ही चीन के बायकॉट को दर्शाती तस्वीर बनायी गई है। ऐसी साड़ियों को जल्द ही बाजार में उतारा जाएगा।
अदीबा के अनुसार 15 अगस्त के मौके पर नई डिजाइन में साड़ियों के बारे में सोचा। इस बारे में साड़ी कारोबारी सर्वेश श्रीवास्तव से चर्चा की। दोनों ने मिलकर डिजाइन तैयार की। कहा कि इस तरह की साड़ियों की पूरे देश में डिमांड है। इसे पहनने के बाद महिलाओं को भी गर्व होगा। निफ्ट के संयुक्त निदेशक शंकर कुमार झा ने कहा कि वर्तमान में चीन निर्मित सामानों के बहिष्कार का मुद्दा भी चल रहा है। ऐसे में महिलाओं के लिए इस साड़ी को पहनने का इससे बढ़िया अवसर नहीं हो सकता। कारोबारी सर्वेश का कहना है कि ऐतिहासिक घटनाओं को ध्यान में रखते हुए भविष्य में साड़ियों की डिजाइन तैयार की जाएगी।
तिरंगे की साड़ी में भगवा रंग के आंचल पर भारत का नक्शा बनवाकर ‘जय हिंद-जय भारत’ उकेरा गया है। इसे बनाने में एक माह लगे है। अभी इस तरह की दो साड़ियां तैयार की गई हैं। इससे मिलने वाले धन को पीएम केयर्स फंड में डोनेट किया जाएगा। इस मौके पर एमएसएमई के उपनिदेशक वीके वर्मा भी मौजूद थे।