श्रीलंका के हालात हुए और खराब, प्रधानमंत्री के निजी आवास पर प्रदर्शनकारियों ने लगाई आग, राष्ट्रपति घर छोड़कर भागे, घर से मिले करोड़ों रुपये

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न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच नाराज श्रीलंकाई प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे के निजी आवास में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। इससे कुछ घंटे पहले ही राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति आवास पर धावा बोल दिया। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास में बने स्विमिंग पूल में नहाते हुए भी दिखाई दिए। इतना ही नहीं वीडियो में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास की रसोई और घर में घूमते हुए दिखाई दिए।

रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा बलों की कार्रवाई में कई पत्रकारों के घायल होने के बाद भीड़ और ज्यादा बेकाबू हो गई और इलाके में और प्रदर्शनकारी जमा हो गए। इस बीच कोलंबो नगर परिषद (सीएमसी) फायर ब्रिगेड ने कहा कि उन्हें सूचित किया गया था कि कोलंबो में प्रधानमंत्री के निजी आवास में आग लगा दी गई थी। हालांकि, उपद्रव की वजह से वहां पहुंचा नहीं जा सका।

राष्ट्रपति के घर से मिले करोड़ों रुपये

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को श्रीलंका में सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर धावा बोलकर उनकी हवेली के अंदर करोड़ों रुपये बरामद करने का दावा किया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें प्रदर्शनकारियों को बरामद किए गए नोटों की गिनती करते हुए दिखाया गया है। डेली मिरर अखबार ने बताया कि बरामद धन को सुरक्षा इकाइयों को सौंप दिया गया था। दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने सूचित किया है कि वे प्रासंगिक तथ्यों की जांच के बाद जमीनी स्थिति की घोषणा करने के लिए कदम उठाएंगे।

वहीं, प्रदर्शनकारियों के डर से राष्ट्रपति कल रात आर्मी हेडक्वार्टर में छिप गए थे लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आज सुबह उन्होंने वहां से भी अपना ठिकाना बदल लिया है। फिलहाल उनका पता नहीं चल रहा है आखिर वे छिपे कहां हैं। हालांकि, प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति को हर जगह खोज रहे हैं।

इस बीच बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति गोटबाया 13 जुलाई को इस्तीफा दे सकते हैं। श्रीलंका की संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने शनिवार रात को यह जानकारी दी। इससे पहले अभयवर्धने ने शनिवार शाम को हुई सर्वदलीय नेताओं की बैठक के बाद उनके इस्तीफे के लिए पत्र लिखा था, जिसके बाद राष्ट्रपति राजपक्षे ने इस फैसले के बारे में संसद अध्यक्ष को बताया। अभयवर्धने ने बैठक में लिए गए निर्णयों पर राजपक्षे को पत्र लिखा। गोटबाया के इस्तीफे के बाद अभयवर्धने कार्यवाहक राष्ट्रपति बन सकते हैं।

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