लखनऊ। यूपी के एक सीनियर आईएएस अफसर का धर्मांतरण गैंग से कनेक्शन सामने आ रहा है। इसका एक वीडियो भी इस समय वायरल हो रहा है। यह वीडियो उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के चेयरमैन इफ्तिखारुद्दीन का है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो उस समय का है जब इफ्तिखारुद्दीन कानपुर के कमिश्नर थे और उसी दौरान उन्होंने कुछ मौलानाओं को अपने सरकारी बंगले पर बुलाकर इस पाठशाला का आयोजन किया था।
वीडियो वायरल होने के बाद अब सीनियर आईएएस की शिकायत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच चुकी है, जिसके बाद सीएम ने जांच के आदेश दिए है। इफ्तिखारुद्दीन पर आरोप लगाया जा रहा है कि इफ्तखारुद्दीन ने पद पर कार्यरत रहने के दौरान कट्टरता के साथ-साथ धर्मांतरण को भी बढ़ावा दिया।
आरोप है कि वीडियो में वरिष्ठ आईएएस दूसरे समुदाय के लोगों को कट्टरपंथ का पाठ पढ़ा रहे हैं। वीडियो उनके आवास का बताया जा रहा है। मामले के तूल पकड़ने के बाद सोमवार को पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने वायरल वीडियो की जांच एडीसीपी पूर्वी सोमेंद्र मीणा को सौंप दी है। उन्होंने बताया कि जांच में देखा जाएगा कि क्या वीडियो में कोई अपराध प्रदर्शित हो रहा है? या वरिष्ठ आईएएस की ओर से किसी नियम का उल्लंघन किया गया है?
वीडियो में देखा जा सकता है कि इफ्तिखारुद्दीन अपने सरकारी आवास पर कुछ धर्मगुरुओं के साथ दिखाई दे रहे हैं और उन्हें कट्टरता का पाठ पढ़ा रहे हैं। वीडियो में वह कह रहे हैं कि ऐलान करो दुनिया के इंसानों से कि अल्लाह की बादशाहत और निजामियत पूरी दुनिया में कायम करनी है। यही नहीं, वह यह भी कह रहे हैं कि इस्लाम में बहन-बेटियों को जलाया नहीं जाता। अल्लाह ने हमें उत्तर प्रदेश के तौर पर ऐसा सेंटर दिया है, जहां से पूरे देश और दुनिया में काम कर सकते हैं।
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