उत्तर प्रदेश के सीतापुर शहर में एक धनाढ्य घर की बहू दो दिन पूर्व अपने बुजुर्ग सास-ससुर को घर में बंद कर गोरखपुर चली गई। इस बीच ससुर की मौत हो गई। दो दिन तक बुजुर्ग बालकनी पर नहीं दिखे तो बुधवार को पास-पड़ोस के किसी व्यक्ति ने डायल 112 को सूचना दी। पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर ने घर के ऊपरी भाग में दरवाजे पर लगा ताला तुड़वाकर वृद्ध का शव बाहर निकालवाया। महिला कल्याण विभाग की टीम ने मृतक की पत्नी से पूछताछ की तो उसने अपनी बहू पर गंभीर आरोप लगाए।
बुधवार सुबह करीब 11 बजे कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला होली नगर से डायल 112 को सूचना मिली कि एक बुजुर्ग की मौत हो गई है। जिस घर में शव है, उसमें बाहर से ताला लगा है। खबर मिलते ही एसडीएम सदर अमित भट्ट और सीओ सिटी मौके पर पहुंचे और तिमंजिला मकान के ऊपरी भाग का ताला तोड़कर सभी लोग ऊपर गए तो चारपाई पर 94 वर्षीय वृद्ध रामशंकर खेतान का शव मिला। वहीं बगल में दूसरी चारपाई पर मृतक की 90 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी देवी भी थीं।
एसडीएम का कहना है कि मौत का कारण भूख नहीं बल्कि बुजुर्ग दंपति की उपेक्षा है। वृद्ध दंपति के पुत्र की मौत हो चुकी है। बुजुर्ग महिला का कहना है कि उन लोगों को बहू अक्सर ताला लगाकर अकेला छोड़कर घर से चली जाती है। दो दिन पहले भी बहू अपने बच्चों को लेकर गोरखपुर चली गई। बुजुर्ग महिला ने कई और आरोप भी बहू पर लगाए गए हैं। बहू को बुलाया गया है। फिलहाल पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है।
पुलिस पड़ताल में मोहल्ले के एक व्यक्ति ने वृद्ध दंपति के साथ हो रही उपेक्षा की जानकारी दी। नाम न छापने की शर्त पर एक व्यक्ति ने कहा कि पिछले काफी समय से वे लोग बुजुर्ग दंपति को खाना भिजवाते थे। इधर इसलिए बंद कर दिया क्योंकि उन्हें ऐसा करने से करीबियों ने मना किया था।