नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन सेक्स रैकेट के बड़े गैंग का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग लड़कियों को अगवा करता था और फिर उन्हें देहव्यापार के धंधे में धकेल देता था। इन्हें फाइब स्टार होटलों से लेकर एस्कॉर्ट सर्विस तक के लिए भेजा जाता था। पुलिस ने गैंग की दो महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर अगवा की गई नाबालिग लड़की को भी मुक्त कराया है।
22 जनवरी दिल्ली के ही कापसहेड़ा इलाके से 12 साल की एक किशोरी अगवा हुई थी। पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त उर्विजा गाेयल ने बताया कि राजौरी गार्डन थाना पुलिस को जानकारी मिली कि लड़की को किसी एस्कॉर्ट सप्लायर के गिरोह ने अगवा किया है। करीब दो महीने की मशक्कत के बाद पुलिस को मजनू का टीला इलाके में अपहृत लड़की के होने की जानकारी मिली। बुधवार रात पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से अपहृत लड़की को बरामद कर लिया।
गाेयल ने बताया कि यह गैंग देशभर में व्हाट्सएप के जरिए सेक्स रैकेट चलाता था। इसके लिए इसने 150 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुप बना रखे थे। उसपर लड़की की फोटो पोस्ट कर देते थे। व्हाट्सएप से ग्राहकों की पहचान कर उनको भारी रकम लेकर सुविधा मुहैया कराते थे। पुलिस ने जिन चार लोगों को पकड़ा, उनकी पहचान मजनू का टीला निवासी 35 वर्षीय संजय राजपूत, यूपी के मुरादाबाद निवासी 21 वर्षीय अंशू शर्मा, मुजफ्फरनगर निवासी 24 वर्षीय सपना गोयल और मजनू का टीला निवासी 28 वर्षीय कनिका रॉय के तौर पर हुई है।
वहीं, पुलिस को नाबालिग लड़की ने बताया कि घटना वाले दिन वह घर से पड़ोस की दुकान पर चिप्स का पैकेट लेने गई थी। जहां दो लोगों ने उसे अगवा कर लिया। आरोपी उसे अपने घर ले गए। जहां उसका जन्मदिन मनाया और उसे केक खाने के लिए दिया। केक खाते ही वह बेहोश हो गई। उसके बाद आरोपियों ने उसे मजनू का टीला इलाके में संजय, अंशु शर्मा, सपना गोयल और कनिका रॉय के हवाले कर दिया। चारों आरोपी उसे प्रताड़ित करते थे और जबरदस्ती नशीली गोलियां देकर उससे देहव्यापार कराते थे।


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