न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारों और छतों पर सोने की परतें चढायी गयी है। भैया दूज के अवसर पर बृहस्पतिवार को शीतकाल के लिए कपाट बंद होने से एक दिन पहले बुधवार सुबह मंदिर के गर्भगृह में सोने की परतें चढाने का कार्य पूरा कर दिया गया। श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि गर्भगृह में सोने की परतें चढाने में करीब तीन दिन का समय लगा। रविवार को धनतेरस के अवसर पर शुरू हुए कार्य में अलग-अलग माप की 560-565 सोने की परतों का इस्तेमाल हुआ। गर्भगृह की दीवारें, छत, छत्र, शिवलिंग की चौखट, सब कुछ स्वर्णमंडित हो गया है जिससे मंदिर और अधिक अलौकिक, भव्य एवं दिव्य लग रहा है।
अब तक दीवारों पर चांदी की परत चढ़ी हुई थी
इससे पहले केदारनाथ मंदिर में गर्भगृह की दीवारों पर चांदी परतें लगी हुई थीं । चांदी की जगह सोने की परतें लगाने का प्रस्ताव समिति को पिछले साल अगस्त में मुंबई के शिवभक्त लक्खी परिवार से मिला था। समिति ने उत्तराखंड सरकार की अनुमति लेने के बाद इस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। अजय ने बताया कि उसके बाद गर्भगृह का आवश्यक माप इत्यादि लेकर उसके अनुरूप दिल्ली में सोने की परतें तैयार की गयीं और उन्हें ट्रक में भरकर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच केदारनाथ के आधारशिविर गौरीकुंड तक लाया गया। गौरीकुंड से 18 खच्चरों पर लाद कर इन्हें केदारनाथ पहुंचाया गया और मंदिर के गर्भगृह में लगाया गया।
पुरातत्व विशेषज्ञों की मानी गई सलाह
समिति के अध्यक्ष ने बताया कि गर्भगृह में सोने की परतें चढ़ाने के मामले में धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और पुरातत्व विशेषज्ञों की सलाह का पूरा पालन किया गया। गर्भगृह में सोने की परत चढाने से पहले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) और रूड़की स्थित केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (सीबीआरआई) के विशेषज्ञों के दल ने परियोजना का अध्ययन किया । उन्होंने कहा कि तीन दिन तक चले कार्य के दौरान एएसआई के दो अधिकारी मौके पर लगातार मौजूद रहे।