उत्तराखंड में 18 फरवरी से शुरू हो रहे 2025 के पहले विधानसभा सत्र की सुरक्षा व्यवस्था और संबंधित व्यवस्थाओं पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने आज विधान सभा भवन में उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में विधानसभा सत्र के सुचारू संचालन के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने विशेष रूप से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े निर्देश दिए। उन्होंने विधानसभा सचिवालय और पुलिस विभाग के अधिकारियों से विधानसभा परिसर में सुरक्षा चाक-चौबंद करने की बात कही, ताकि किसी भी प्रकार की चूक न हो। बैठक में बताया गया कि इस सत्र के दौरान पहली बार ई-नेवा (नेशनल ई विधान एप्लिकेशन) का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए आई.टी.डी.ए. को विशेष निर्देश दिए गए और दो इंजीनियरों को सत्र अवधि में विधानसभा भवन में नियुक्त करने का आदेश दिया गया।
सुरक्षा के अतिरिक्त, विधानसभा अध्यक्ष ने इंटरनेट सेवा में सुधार के लिए भी निर्देश दिए। विधानसभा सचिवालय को बैंडविड्थ स्पीड बढ़ाने और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं के प्रतिनिधियों को विधानसभा भवन में मौजूद रहने का आदेश दिया। इसके साथ ही, पूरे परिसर में वाई-फाई सेवा उपलब्ध कराई जाएगी।
सत्र के दौरान, विधानसभा परिसर में प्रवेश पत्र के बिना वाहन लाने की अनुमति नहीं होगी। विधायकों की संस्तुति पर एक आगंतुक और मंत्रियों की संस्तुति पर दो आगंतुकों को प्रवेश पत्र जारी किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, विधानसभा अध्यक्ष ने बच्चों की बोर्ड परीक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के निर्देश दिए, ताकि परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने वाले बच्चों और एम्बुलेंस की आवाजाही में कोई रुकावट न हो।
सदन में अनुशासन बनाए रखने के लिए मोबाइल फोन के उपयोग पर भी रोक लगाई गई। सत्र की कार्यवाही की वीडियो रिकॉर्डिंग और वेबकास्टिंग की जिम्मेदारी सूचना एवं लोक संपर्क विभाग और आई.टी.डी.ए. को दी जाएगी ताकि कार्यवाही पूरी पारदर्शिता के साथ जनता तक पहुंच सके।
अग्निशमन विभाग को सतर्क रहने के लिए निर्देश दिए गए, साथ ही चिकित्सा विभाग को आवश्यक चिकित्सा दल, दवाइयां और एम्बुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया। विद्युत आपूर्ति, स्वच्छ पेयजल और सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
इस बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगोली, डीएम देहरादून सवीन बंसल, एसई यूपीसीएल वीके सिंह, एडीजी ऐपी अंशुमान, आईजी सिक्योरिटी केएस नग्याल, एसएसपी देहरादून अजय सिंह और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।