न्यूज जंक्शन 24, लख़नऊ।
एक कारोबारी की हत्या में नामजद युवा आईपीएस अफसर फरार हो गया। यह पहला मौका है जब लुटेरे और बदमाशों की तरह ही इतने बड़े अफसर को भगोड़ा घोषित करते हुए इसको खोजने वाले के लिए सरकार ने 25000 रुपये का ईनाम देने का एलान किया है।
मामला महोबा जिले का है। यहां के एसपी रहे मणिलाल पाटीदार पर एक बड़े खनन कारोबारी इन्द्रकांत त्रिपाठी ने आरोप लगाया था कि एसपी मणिलाल पाटीदार उनसे छह लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं। ऐसा न करने पर झूठा फंसाने और यहां तक कि हत्या तक कराने की धमकी दे रहे हैं। इसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी शिकायत हुई। मुख्यमंत्री ने तत्काल जांच के आदेश जारी कर दिए। इसी बीच आठ सितंबर को इन्द्रकांत त्रिपाठी अपनी कार में गोली लगने से घायल मिले थे। उपचार के दौरान उनकी 13 सितंबर को कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके बाद उनके भाई रविकांत त्रिपाठी ने एसपी मणिलाल पाटीदार महोबा इंसेक्टर देवेंद्र शुक्ला और कांस्टेबल अरुण यादव के खिलाफ हत्या कराने का मुकदमा दर्ज करा दिया। इधर, सरकार ने एसपी मणिलाल पाटीदार को निलंबित कर दिया। तभी से पाटीदार एकाएक भूमिगत हैं।
एसपी राजेन्द्र कुमार गौतम ने बताया कि बर्खास्त एसओ देवेंद्र शुक्ला को जेल भेजा जा चुका है। इसके अलावा दो अन्य आरोपी भी गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन मणिलाल पाटीदार का कोई पता नहीं चला है, उस पर 25000 रुपये का ईनाम घोषित कर दिया है। इसके अलावा गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं। टीमें लगी हैं, जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।