लखनऊ। यूपी में पंचायत चुनाव को लेकर प्रचार तेज हो रहा है। इसमें रोज ही नए और रोचक किस्से सामने आ रहे हैं। इस बार मामला जौनपुर से है, जहां चुनाव लड़ने की तैयारी में बैठे शख्स ने सीट पिछड़ी जाति की महिला के लिए आरक्षित देखी तो वह शादी करने के लिए उतावला हो गया। आनन-फानन में बिना मुहुर्त देखे शादी भी रचा ली और फिर अपनी बीवी को चुनाव मैदान में उतार दिया। अब नई नवेली दुल्हन घर-घर जाकर मुंह दिखाई के रूप में लोगों से वोट मांग रही है।
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मामला जौनपुर जिले के खुटहन ब्लॉक का है। यहां उसरौली गांव के भैयाराम का पुरवा निवासी सुभाष यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य हैं। इस बार भी चुनाव मैदान में ताल ठोकने के लिए वह बेकरार थे और कई महीनों से इसकी तैयारी में जुटे थे, मगर ऐन वक्त पर सीट के आरक्षण के पेच फंस गया। सरकार ने यह सीट पिछड़ी जाति की महिला के लिए आरक्षित कर दी। मामला फंसता देखा तो पहले तो सुभाष ने अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने की सोची, मगर वह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। ऐसे में पत्नी को त्याग पत्र दिलाकर चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी होने लगी, मगर इसी बीच सुभाष के बेटे सौरभ को यह बात पता चली तो उसने मां की नौकरी बची रहे, इसके लिए उसने दूसरा रास्ता निकाल दिया। वह अपनी शादी कराने के लिए पिता पर दबाव बनाने लगा ताकि अपनी नई नवेली पत्नी को चुनाव मैदान में उतार सके। पिता सुभाष राजी हुए तो उन्होंने सुयोग्य बहू की तलाश शुरू की। इधर, चुनाव लड़ने की मंशा की जानकारी होते ही पास के ही दूसरे गांव कपसिया निवासी रामचंदर यादव अपनी बेटी अंकिता यादव की शादी का रिश्ता लेकर उनके घर पहुंच गए। आनन-फानन में होली पर रिश्ता भी तय हो गया।
31 मार्च को मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह भी हो गया। मायके से विदा होकर ससुराल आते ही बहू ने चार अप्रैल को जिला पंचायत सदस्य पद का नामांकन दाखिल कर दिया। अब वह प्रचार में भी जुटी है। पूरा परिवार नई नवेली दुल्हन के साथ प्रचार में लगकर मुंह दिखाई में वोट मांग रहा है।