ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी (एसटीफ) सेवा शुरू की है। नशे के रोगियों को इस सेवा के तहत उच्चस्तरीय उपचार व निश्शुल्क दवा प्रदान की जाएगी।
एम्स के निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि रोगियों को नशे की समस्याओं से दूर करने के लिए एम्स ऋषिकेश ने एडिक्शन ट्रीटमेंट फैसिलिटी (एटीएफ) की शुरुआत की है, जिसमें नशावृत्ति के शिकार रोगियों को परामर्श व उपचार की सभी प्रकार उच्चस्तरीय सुविधाएं निश्शुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने बताया कि संस्थान में इस सुविधा को एटीएफ एनडीडीटीसी एम्स दिल्ली की ओर से समन्वित तथा भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की सहायता से शुरू किया गया है। इस सेवा के शुरू किए जाने का उद्देश्य प्रदेश में नशे से ग्रस्त रोगियों को मुफ्त एवं उच्चस्तरीय उपचार उपलब्ध राना है।
संस्थान के मनोचिकित्सा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एवं एटीएफ के नोडल ऑफिसर डा. विशाल धीमान ने बताया कि एम्स में संचालित एटीएफ के तहत, ओपीडी और एडमिशन दोनों तरह से इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं। अस्पताल में सभी मरीजों के लिए बिस्तर की सुविधा, सभी प्रकार की आवश्यक दवाएं, और रोगियों की काउंसिलिंग की जाएगी। जिसमें उन्हें नशे की तलब को कंट्रोल करने की अलग-अलग तकनीकी बताई जाएंगी, साथ ही रोगियों की मोटिवेशनल इंटरव्यूइंग भी की जाएगी।
नशा छोडऩे के इच्छुक लोग इस नंबर से लें सहायता
संस्थान के मनोचिकित्सा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एवं एटीएफ के नोडल ऑफिसर डा. विशाल धीमान ने बताया कि नशा छोडऩे के इच्छुक लोगों के लिए एम्स के मनोचिकित्सा विभाग की ओर से हेल्पलाइन नंबर 7456897874 (टेली-एडिक्शन सर्विस) भी जारी किया गया है, जिसमें सोमवार प्रात: नौ बजे से शुक्रवार शाम चार बजे तक और शनिवार सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक चिकित्सकीय परामर्श लिया जा सकता है।