नैनीताल। आंध्र प्रदेश से चलकर देश के पांच राज्यों से होते हुए नैनीताल पहुंचे आदिवासी बच्चों का एक दल कोरोना से संक्रमित पाया गया है। यह दल साइकिल से नंगे पांव यहां तक पहुंचा था। इसमें 21बच्चे और तीन इनके कोऑर्डिनेटर शामिल हैं, जिनमें से 20 संक्रमित निकले हैं।
नैनीताल पहुंचे इस दल के सदस्य आंध्र प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के रहने वाले हैं, जो इनदिनों देश के अन्य राज्यों के लोगों से मिलने और देश के अन्य राज्यों के पर्यावरण को जानने के लिए साइकिल से भ्रमण कर रहे हैं। चिल्ड्रन ऑफ फारेस्ट पीवीटीजी ग्रुप से जुड़े इन बच्चों की आयु आठ साल से लेकर 18 साल तक है। इन सभी का कहना है कि हम फॉरेस्ट को बचाने के उद्देश्य से यहां साइकिल यात्रा कर आये हैं, जिन्हें समाज का हिस्सा बनाने की मुहिम गणित विशेषज्ञ कालिदास वर्मसीधर ने छेड़ी है। उनका कहना है कि ये बच्चे आदिवासी है । इन्हें यू ही नहीं छोड़ा जा सकता। इनके पास न तो कपड़े थे, ना इनका रहन-सहन हम जैसा है। ये कच्ची सब्जियां, मांस इत्यादि खाते हैं। छह फरवरी को ये दल आंध्रप्रदेश से निकला था और तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश होते हुए उत्तराखंड पहुंचा है।
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नैनीताल पहुंचने पर जब बच्चों का दल ठहरने के लिए एक होटल में गए तो होटल प्रबंधन ने पहले कोविड टेस्ट कराने के निर्देश दिए, जिसके बाद सभी टेस्ट कराने बीडी पांडे अस्पताल पहुंच गए। वहां सभी की जांच की गई। अस्पताल के पीएमएस डॉ. केएस धामी ने बताया कि एंटीजेन टेस्ट में 20 छात्र संक्रमित मिले हैं। अब बच्चे लोगों की आरटीपीसीआर जांच होगी। फिलहाल सभी को सूखाताल टीआरसी में आइसोलेट कर दिया गया है।
यूपी के सीएम योगी से भी मिले थे बच्चे
बीती 2 अप्रैल को ये टीम लखनऊ पहुंची थी। इस टीम ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात भी की थी। अब इन बच्चों के संक्रमित मिलने से उत्तराखंड से लेकर यूपी तक के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
दल में शामिल हैं ये
ये बच्चे आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में रहते हैं और चैचू आदिवासी समुदाय से संबंध रखते हैं। बीती 6 फरवरी को आंध्र प्रदेश से निकले इस दल में कुल 21 बच्चे हैं, जिनमें सबसे छोटे के उम्र 8 साल और बड़े की उम्र 18 साल है। इनमें कुल 6 लड़कियां भी शामिल हैं। बच्चों के साथ तीन कोऑर्डिनेटर भी दल में शामिल हैं। ये दल का लक्ष्य 150 दिन के सफर में 15 प्रांत, 75 जिले और 9,000 किलोमीटर की दूरी साइकिल पर तय करनी थी, जो फिलहाल कोरोना संक्रमण के कारण स्थगित हो गया है।
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बॉर्डर पर नहीं हुई जांच, सरकारी तंत्र की खुली पोल
दूसरी तरफ 24 लोगो के इस दल का छह राज्यों को पार करते हुए नैनीताल पहुंचना सरकारी तंत्र की पोल खोलता नज़र आ रहा है।अभी हाल ही में सरकार ने पूरे देश को कोरोना को लेकर फिर अलर्ट किया था। कई राज्यों की सीमाओं में सख्ती की जा रह है। बॉर्डर पर ही बाहरी लोगों की जांच की जा रही है। राज्य सरकार ने राज्य की सभी सीमाओं पर चेकिंग अभियान चलाया है ।साथ ही बाहर से आने वाले हर व्यक्ति को कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी अनिवार्य है।