न्यूज जंक्शन 24, मेरठ : आपका बच्चा जो किताबें पढ़ रहा है, वह असली है या नकली। यह भी सोच-समझकर खरीदिए। आंख मूंदकर सिलेबस खरीदा तो गच्चा खा जाएंगे। उत्तर प्रदेश के मेरठ में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां एक फर्म एनसीईआरटी की फर्जी किताबें छाप रही थी। प्रशासन को भनक लगी तो छापा मारा गया। जहां से करोड़ों रुपये का सिलेबस और उसको तैयार करने वाली सामग्री बरामद हुई है। हैरान करने वाली बात यह है कि उक्त सिलेबस उत्तराखंड समेत कई अन्य राज्यों में सप्लाई होता था। यह कहां-कहां जाता था, इसकी छानबीन शुरू हो गई है।
शुक्रवार शाम प्रशासनिक टीम ने परतापुर स्थित अछरौंडा में गोदाम पर छापा मारा तो बड़ी संख्या में एनसीईआरटी समेत अन्य प्रकाशन की किताबें पकड़ी गईं। गोदाम में तैनात कर्मचारी टीम को देख फरार हो गए। लेकिन मौके से मिले दस्तावेजों के आधार पर पता चला है कि किताबें छापकर उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, हरियाणा और दिल्ली के बड़े शहरों में भेजी जाती थीं। पुलिस ने 10 लोगों को हिरासत में लिया है। सुशांत सिटी के सेक्टर तीन निवासी सचिन गुप्ता की टीएनएसके ङ्क्षप्रटर्स एंड पब्लिशर्स के नाम से मोहकमपुर में यह फर्म है। बताते हैं कि सचिन गुप्ता मेरठ में बड़ा भाजपा नेता है।
सावधान ! उत्तराखंड में बिक रहीं हैं एनसीईआरटी की फर्जी किताबें, उत्तर प्रदेश में पकडा गया मास्टरमाइंड। यह निकल कर आई सच्चाई
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