न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पेपर लीक मामले में अब 50 छात्रों को आरोपी बनाने की तैयारी है। ये वे छात्र हैं, जिन्होंने पेपर खरीदा और नकल कर पास हुए। इनकी संख्या बढ़ भी सकती है। वहीं, मुख्य अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट लगाकर संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितने ही बड़े पद पर क्यों ना हो। एसटीएफ के रडार में इस पूरे गोरखधंधे के मास्टरमाइंड है। जल्दी ही कई लोगों की गिरफ्तारियां हो सकती है।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि मामले में अभी तक 5 सरकारी कर्मचारी सहित इस 15 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। पेपर लीक मामले में जो भी सरकारी कर्मचारी गिरफ्तार हो रहे हैं, उनके खिलाफ विभागीय नियमानुसार अलग से धाराएं भी बढ़ाई जाएंगी। अभी तक 50 अभ्यर्थी ऐसे पाए गए हैं, जो पेपर लीक के जरिए परीक्षा परिणाम में चयनित हुए हैं। इतना ही नहीं कई अन्य व्यक्ति भी संदिग्ध पाए गए हैं, जिनका सत्यापन और जांच की जा रही है। हालांकि डीजीपी अशोक कुमार ने इस मामले में कुछ जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया है। मगर उन्होंने ये कहा है कि सुबूत मिलने के बाद उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
DGP अशोक कुमार ने कहा कि पेपर लीक मामले में एसटीएफ टीम की तरफ से अब तक की जांच पड़ताल कार्रवाई आउटस्टैंडिंग पाई गई है। ऐसे में एसटीएफ टीम को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विशेष कार्य के लिए पदक की संस्तुति मुख्यमंत्री के समक्ष गई है। इस गोरखधंधे में जो भी शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सबूतों के आधार पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।



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