देहरादून: कोरोना से जूझ रहे प्रदेश में अब डेंगू को लेकर भी सरकार ने अलर्ट कर दिया है। साथ ही सभी 13 जिलों के जिलाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैैं। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए जाएं, इसको लेकर बताया गया है।
सभी जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर जिले में ब्लाक वार माइक्रो प्लान बनाने को कहा गया है। मई से स्वच्छता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। पत्र में बताया गया है कि हर साल जून से लेकर नवंबर तक डेंगू का संक्रमण देखने को मिलता है। वर्ष 2018 और 2019 में इसका खासा प्रकोप देखने को मिला। डेंगू का लार्वा एक जगह एकत्र पानी में होता है। इसे देखते हुए सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने जिलाधिकारियों से कहा है कि वह जनप्रतिनिधियों और प्रबुद्ध नागरिकों को साथ लेकर लोगों को जागरूक कराएं। ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित करें, जहां मच्छर पनपने का खतरा सबसे अधिक होता है। यह भी देखें कि पूर्व में वह स्थान संवेदनशील भी रहे हैैं अथवा नहीं, अगर पूर्व में वह स्थान संवेदनशील रहे हैैं और इस बार नहीं दिख रहे हैैं तो उनको नजरअंदाज न किया जाए, इन स्थानों पर डेंगू निरोधक गतिविधियों का संचालन किया जाए। ऐसे स्थानों पर फागिंग शुरू कराई जाए। आमजन को जागरूक करते हुए अभियान चलाएं। इसके साथ ही उन्होंने एक कार्ययोजना भी जारी की है। इसमें कहा गया है कि डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ ही नगर निगम, शिक्षा विभाग, ग्राम्य एवं शहरी विकास, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल संस्थान, जल निगम आदि के सहयोग व आपसी समन्वय के लिए जिला स्तर पर बैठकें करें। डेंगू के उपचार के लिए केंद्र सरकार द्वारा गाइडलाइन को सभी राजकीय एवं निजी चिकित्सालयों को आवश्यक कार्यवाही के लिए उपलब्ध कराया जाए। चिकित्सालयों में पृथक डेंगू आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जाएं और इनके लिए नोडल अधिकारी की तैनाती की जाए। डेंगू के गंभीर रोगियों को प्लेटलेट्स उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए। डेंगू मरीज के घर के आसपास के 50 घरों में आवश्यक रूप से फागिंग भी की जाए।