Nj24, ऊधम सिंह नगर : प्रदेश में घूसखोरी किस हद तक पहुंच चुकी है, इसका बड़ा उदाहरण ऊधम सिंह नगर में गुरुवार को सामने आया। विजिलेंस टीम ने जिला पंचायत राज अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी को रंगे हाथ एक लाख रुपए की रिश्वत लेते रुद्रपुर के एक बड़े मॉल से गिरफ्तार कर लिया।
हैरान करने वाली बात यह है कि रिष्वतखोर अधिकारी के घर से 20 लाख रुपए की नकदी भी बरामद हुई है। इसके अलावा घर में लगे इनवर्टर व ऐसी तक शिकायतकर्ता ठेकेदार ने ही लगवाए थे। यह बात खुद ठेकेदार ने कही है। उक्त अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद शासन ने भी त्रिपाठी को जिला पंचायत राज अधिकारी के पद से निलंबित कर दिया है।
पुलिस अधीक्षक सतर्कता हल्द्वानी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध मुहिम के तहत जारी टोल फ्री नंबर 1064 में शिकायतकर्ता ने शिकायत की थी कि उसके द्वारा की गई उपकरणों की सप्लाई/कार्यों के भुगतान के एवज में जिला पंचायत राज अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहे हैं। जांच कराने पर शिकायत सही मिली।
जिस पर निरीक्षक ललिता पांडे की अगुवाई में ट्रैप टीम का गठन किया गया। गुरुवार को शिकायत कर्ता ने जिला पंचायत अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी को नैनीताल रोड स्थित मेट्रोपोलिस मॉल में बुलाया। जहां वीआइपी पार्किंग के पास शिकायत कर्ता जब जिला पंचायत राज अधिकारी को एक लाख रुपये देने लगा तो विजिलेंस टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इस दौरान उन्होंने विरोध भी किया लेकिन विजिलेंस टीम उन्हें घसीटते हुए जबरन ले गई। टीम ने गुप्त स्थान पर ले जाकर उनसे पूछताछ की है।
इधर बताया जा रहा है कि टीम ने घर की तलाशी में भी करीब 20 लाख रुपए नकदी पकड़ी है। हरिद्वार एवं ऊधम सिंह नगर में रहने वाले इस अफसर को शासन ने निलंबित कर दिया है। पंचायत राज मंत्री सतपाल महाराज ने उक्त आदेश जारी कर कहा कि भ्र्ष्टाचार किसी हालत में बर्दाश्त नहीं होगा।