उत्तराखण्ड के भीमताल में वन विभाग ने एक वयस्क बाघ को ट्रैंक्युलाइज कर पिंजरे में कैद किया है। सिलौटी नौकुचियाताल क्षेत्र में हाल ही में एक अज्ञात वन्यजीव के हमले में एक 55 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी, जिसके बाद से वन विभाग द्वारा हमलावर को काबू करने की कोशिशें तेज कर दी गई थीं।
बुधवार रात बाघ के दिखाई देने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई की और बाघ को ट्रैंक्युलाइज कर पिंजरे में बंद कर लिया। बाघ को रैस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है, जहां उसकी देखरेख की जाएगी।
इस क्षेत्र में हमलावर वन्यजीव के खौफ के कारण पिछले कुछ समय से स्थानीय लोग भयभीत थे। वन विभाग ने इस समस्या को हल करने के लिए पिंजरे और गश्त बढ़ा दी थी और करीब 30 कर्मचारियों की एक टीम को तैनात किया था।
महिला के घटनास्थल से खून और बाल के सैंपल लेकर देहरादून के भारतीय वन्यजीव संस्थान भेजे गए थे। अब बाघ और गुलदार के सैंपल महिला के सैंपल से मिलाए जाएंगे ताकि यह पुष्टि हो सके कि इनमें से कौन सा वन्यजीव महिला की मौत का कारण बना।