कृषि क्रांति का शुभारंभ, उत्तराखंड को मिला बड़ा योगदान

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उत्तराखंड के दो जिलों को पीएम धन-धान्य कृषि योजना में  स्थान मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नई दिल्ली के पूसा स्थित राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर से “पीएम धन-धान्य कृषि योजना” और “दलहन आत्मनिर्भरता मिशन” का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस अवसर पर देशभर में 42,000 करोड़ रुपये से अधिक की 1100 से अधिक कृषि, पशुपालन, मत्स्य और खाद्य प्रसंस्करण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया गया।

देहरादून के गढ़ी कैंट स्थित हरबंस कपूर मेमोरियल हॉल में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी, कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल और कैंट विधायक सविता कपूर सहित बड़ी संख्या में किसान और अधिकारी शामिल हुए।

कृषि मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि पीएम धन-धान्य कृषि योजना के तहत उत्तराखंड के चमोली और अल्मोड़ा जिलों का चयन होना प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह योजना किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगी।

उन्होंने बताया कि राज्य में 5.51 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि है, जो फल, सब्जी, मसाले, फूल, मशरूम और शहद उत्पादन के लिए उपयुक्त है। पर्वतीय क्षेत्रों में औद्यानिकी विकास की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।

मंत्री जोशी ने जानकारी दी कि कार्यक्रम के तहत 102 महिला कृषक समूहों को ड्रोन दिए जाएंगे और उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे वे आधुनिक तकनीक अपनाकर आत्मनिर्भर बन सकेंगी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में मंडुवा, झंगोरा, चौलाई, भट्ट, राजमा और लान धान जैसी स्थानीय फसलों के संरक्षण और संवर्धन के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने भी अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताते हुए कहा कि बीते 11 वर्षों में कृषि, मत्स्य और पशुपालन क्षेत्रों में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। इस मौके पर जैविक परिषद उपाध्यक्ष भूपेश उपाध्याय, सचिव कृषि एसएन पांडेय, आयुक्त ग्राम्य विकास अनुराधा पाल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।