इलात : भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है। एक बार फिर यह सिद्ध कर दिखाया है नई मिस यूनिवर्स चुनी गईं हरनाज संधू ने। सोमवार को मिस यूनिवर्स-2021 का खिताब अपने नाम कर संधू ने इतिहास रच डाला। खास बात यह रही कि 21 वर्षीय संधू ने यह 21 साल बाद फिर भारत को यह ताज पहना दिया है। मिल यूनिवर्स की प्रतियोगिता में 79 देशों की प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया था। जिन्हें पछाड़कर संधू ने खुद का लोहा मनवा दिया है।
चंडीगढ़ की बेटी और लोक प्रशासन विषय से स्नातकोत्तर कर रहीं संधू अभिनेत्री के साथ-साथ मॉडल भी हैैं। संधू के सिर पर यह ताज प्रतियोगिता की वर्ष 2020 की विजेता मेक्सिको की एंड्रिया मेजा ने पहनाया। पराग्वे की नादिया फेरेरा (22) दूसरे, जबकि दक्षिण अफ्रीका की लालेला मसवाने (24) तीसरे स्थान पर रहीं। 79 देशों के प्रतिभागियों को पछाडऩे वाली संधू जीत से इतनी गदगद हैैं कि वह बोलीं, ‘मैैं ईश्वर, माता-पिता व मिस इंडिया आर्गनाइजेशन के प्रति कृतज्ञ हूं, जिनके मार्गदर्शन और समर्थन व सहयोग से यह मुकाम पाया है। मेरी जीत का श्रेय उन लोगों के लिए भी है जिन करोड़ों भारतीयों ने उनके लिए प्रार्थना की। 21 साल बाद ताज की भारत वापसी बेहद गौरव का क्षण है।Ó संधू अगली मिस यूनिवर्स चुने जाने तक न्यूयार्क सिटी में रहेंगी और मिस यूनिवर्स संगठन के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों के लिए प्रवक्ता का काम करेंगी।
सुष्मिता और लारा के नाम रह चुका है यह खिताब
संधू से पहले सिर्फ दो भारतीयों ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीता है। इनमें अभिनेत्री सुष्मिता सेन (वर्ष 1994) व लारा दत्ता (वर्ष 2000) शामिल हैैं। प्रतियोगिता के 70वें संस्करण का आयोजन इजरायल के इलात में किया गया था। इजरायल ने पहली बार आयोजन की मेजबानी की है।
मैैं खुद में विश्वास करती हूं, इसलिए यहां हूं :
प्रश्नोत्तर के अंतिम दौर में संधू से पूछा गया कि मौजूदा वक्त में युवा महिलाएं जिस प्रकार के दबाव का सामना कर रही हैैं, उससे निपटने के लिए वह क्या सलाह देना चाहेंगी। संधू ने कहा, ‘युवा आज खुद में विश्वास का सबसे अधिक दबाव महसूस कर रहे हैैं। आप अद्वितीय हैैं और वही आपको खूबसूरत बनाता है। दूसरों से खुद की तुलना बंद करें और दुनिया में घट रही दूसरी महत्वपूर्ण घटनाओं पर चर्चा करें। इसे आपको समझना होगा। खुद से बात करें, क्योंकि आप ही अपनी जिंदगी का नेतृत्व करने वाले हैैं। आप ही अपनी आवाज हैैं। मैैं खुद में विश्वास करती हूं और इसीलिए आज यहां खड़ी हूं।Ó संधू का जवाब सुनकर आयोजन स्थल पर तालियां गडग़ड़ा उठीं।