हल्द्वानी: नैनीताल को पूरा विश्व सरोवर नगरी के नाम से जानता है। नैनीताल की तर्ज में ही अब उत्तरकाशी जिले को पूरे विश्व के सामने विख्यात होगा। राज्य को पर्टयकों का केंद्र बनाने के लिए कवायत पिछले कई सालों से चल रही है उसी दिशा में उत्तरकाशी को नई पहचान दिलाने का काम जिला स्तर में शुरू हो गया है। उत्तरकाशी जिला प्रशासन शहर को लेक सिटी के रूप में विकसित करने के प्लान पर काम कर रहा है। इसके लिए उसने उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद को 15 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजा है। अगर ये प्रस्ताव पास हो जाता है तो उत्तरकाशी में स्थित जोशियाड़ा झील को पर्यटकों के आकर्षक का केंद्र बनेगी।
खबरों की मानें तो झील के आस-पास सौंदर्यीकरण किया जाएगा। पर्यटन विभाग को 15 करोड़ का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। जो बजट मिलेगा उससे जोशियाड़ा झील के पास वाटर पार्क और रेस्टोरेंट्स बनेंगे। साहसिक पर्यटन के लिए आने वाले पर्यटक यहां कई तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेंगे। ट्रैकर्स को लुभाने के लिए भी गतिविधियां शुरू की जाएंगी। मसूरी के कैंपटी फॉल जाने वालों के पास लेक सिटी उत्तरकाशी आने का भी ऑप्शन होगा। यह काम जोशियाड़ा झील के लिए संजीवनी जैसा ही होगा और इससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। इससे सबसे ज्यादा फायदा उत्तरकाशी के ज्ञानसू और जोशियाड़ा के लोगों को होगा। जिस पहचान के साथ नैनीताल विश्वभर में जाना जाता है उसी रूप में उत्तरकाशी को पहचान दिलाने की कोशिसों में जिला प्रशासन जुटा हुआ है। बता दें कि नैनीताल में तमाम झील हैं, इसके चलते दुनिया भर से लोग वहां घूमने पहुंचते हैं।
वैसी भी उत्तरकाशी में पर्यटन की काफी संभावनाएं हैं लेकिन फिर इस तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। साल 2013 में आई आपदा में उत्तरकाशी जिले को भी काफी नुकसान हुआ था। उत्तरकाशी जोशियाड़ा के संदीप नौटियाल कहते हैं कि इस तरह की योजनाएं काफी पहले आनी चाहिए थी। रोजगार के लिए इस तरह के सोर्स जिले में मौजूद रहने चाहिए। काम ना मिलने से लोगों को राजधानी और दूसरे राज्य में जाना पड़ता है। उम्मीद करते है कि इस कदम में जिला प्रशासन को सरकार की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा।