पारुल यादव, lucknow
दुनिया के 145 देशों में पांव पसार चुका कोरोना वायरस एक महामारी बन बया है। भारत में कोरोना की चपेट में आकर 723 लोग अपनी जान गवां चुके हैं और संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 23000 पार कर गया है। कोरोना संक्रमण से लड़ाई में स्मार्ट फोन काफी मददगार बन गया है। मोबाइल एप्लीकेशन कोरोना के खिलाफ महत्वपूर्ण हथियार बनकर उभरे हैं। अस्वस्थ महसूस होने या कोरोना के लक्षण दिखने पर बिना घर से बाहर निकले लोग इन लक्षणों के खतरे का पता घर बैठे अपने स्मार्ट फोन की मदद से भी लगा रहे हैं। भारत सरकार के आरोग्य सेतु व पेटीएम जैसे एप इसमें मदद कर रहे हैं। भारत में 22 मार्च से कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन लगाया गया। तभी से मोबाइल एप्लिकेशंस अपने यूजर को सतर्क करते हुए स्मार्ट सुविधाएं देने में जुट गए।
पेटीएम एप का बाकायदा एक बड़े हॉस्पिटल के साथ टाइअप है। जिससे घर बैठे समय रहते सही लक्षणों का पता लगाकर जरूरी और सटीक सलाह ली जा सकती है। वहीं, भारत सरकार द्वारा 5 अप्रैल को लांच किये गए आरोग्य सेतु एप की मदद से पता लगाया जा सकता है कि कहीं आप कोरोना संक्रिमत क्षेत्र या व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आए। 14 अप्रैल को लॉकडाउन 3 मई तकबढ़ाने की घोषण करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी भी आरोग्य सेतु एप को डाउनलोड करने की अपील कर चुके हैं। कोराना संक्रमण की मार से जूझ रहे चीन, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया जैसे देशों ने कोरोना को मोबाइल तकनीक की मदद से काफी हद तक नियंत्रित करने में सफलता पाई है।
आंकड़ों की मानें तो भारत में जनवरी 2020 तक करीब 50 करोड़ से ज्यादा लोग स्मार्ट फोन का इस्तेमाल कर रहे थे। नीति आयोग के अनुसार भारत सरकार के आरोग्य सेतु एप के 19 अप्रैल तक 6 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हो चुके हैं। देश में पेटीएम के भी करीब साढ़े 13 करोड़ यूजर हैं।
बात करें पेटीएम एप की तो इसे खोलते ही आपको कोविड-19 रिस्क स्कैन का आईकन मिलेगा। इसपर क्लिक करते ही पसंदीदा भाषा का चुनाव करें फिर एक-एक करके आपसे आपके लक्षण पूछे जाएंगे।
पेटीएम पर ऐसे इस्तेमाल करें
- पेटीएम पर सबसे पहले अपनी उम्र बतानी होगी। उसके बाद लिंग चयन करें।
- इसके बाद आपके शरीर का तापमान पूछा जाएगा। साथ में ये भी लिखा रहेगा कि कितने तापमान को साधारण अथवा बुखार माना जाएगा।
- अगर आप तापमान नहीं बता पा रहे हैं तो कोई बात नहीं। आप नहीं जानते का विकल्प भरें।
- अब पूछा जाएगा कि क्या आपको सूखी खांसी, गले में खिचखिच अथवा दर्द, कमजोरी या सूंघने की शक्ति में कोई बदलाव तो नहीं। इसमें आप अपने लक्षण भरें।
- इसके बाद आपसे आपकी यात्रा के बारे में पूछा जाएगा। जैसे क्या आप किसी कोरोना संक्रमित स्थान पर पिछले 14 दिनों के भीतर गए या किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आए।
- अगर आप हां करते हैं तो आपकी बीमारी के बारे में पूछा जएगा। जैसे डायबिटीज या उच्च रक्त चाप, किडनी से संबंधित बीमारी इत्यादि तो नहीं है। अगर कोई बीमारी है तो उस विकल्प को भरें।
- अब आपके बताए गए लक्षणों को देखते हुए एक रिपोर्ट स्क्रीन पर मिल जाएगी। जिसमें आपका हेल्थ मीटर बनकर आएगा। हेल्थ मीटर से पता लगेगा कि आपके द्वारा बताए गए लक्षण कोरोना संक्रमण की ओर इशारा तो नहीं कर रहे।
- अगर लक्षण कोरोना संक्रमण के निकले तो आपको तुरंत क्या करना है इसके बारे में बताया जाएगा। लक्षण गंभीर दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने और जरूरी फोन नंबर भी उपलब्ध कराया जाता है।
कैसे आपकी मदद करेगा आरोग्य सेतु एप
- प्ले स्टोर व एप्पल आईओएस से इसे आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। इसकी मदद से पता लगाया जा सकता है कि आपके क्षेत्र में कोई कोरोना संक्रमित शख्स तो नहीं है, और आप उस संक्रमित मरीज के कितने करीब हैं।
- जीपीएस और ब्लूटूथ कनेक्टिविटी वाले इस एप को कोविड 19 ट्रैकर भी कहा जा रहा है। ये एप छह मीटर के दायरे में किसी संक्रतिम व्यक्ति की मौजूदगी बताने में भी सक्षम है।
- अगर कोई शख्स संक्रमित है तो उस क्षेत्र में एप उपयोगकर्ताओं को अलर्ट कर देगा और तब ट्रैक किया जाएगा कि कौन उपयोगकर्ता संक्रमित शख्स के संपर्क में कब और कितनी देर तक रहा।
- अगर संक्रमण की आशंका होगी तो एप यूजर को लक्षणों की जांच और क्वारंटीन के लिए कहा जाएगा।
- इस एप पर यूजर की एक डिजिटल यूनिक आईडी बन जाती है, जिससे मिलने वाले अलर्ट से संक्रमित क्षेत्र या व्यक्ति के संपर्क में आने से बचाया जा सके।