न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। उत्तराखंड के चारों धामाें के तीर्थ पुरोहितों ने भाजपा सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे इन तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ (Kedarnath) में भाजपा नेताओं की एंट्री बैन कर दी है। ऐसे में 5 नवंबर को केदारनाथ (Kedarnath Dham) आ रहे पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के दौरे को लेकर संशय खड़ा हो गया है।
5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) केदारनाथ दौरे पर आ रहे हैं। ऐसे में पीएम (PM Narendra Modi) के दौरे की तैयारियों को लेकर तमाम बीजेपी नेता केदारनाथ (Kedarnath Dham) धाम पहुंच रहे हैं। इस बीच तीर्थ पुरोहितों और पंडा समाज ने बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने केदारनाथ (Kedarnath Dham) धाम में बीजेपी नेताओं की एंट्री पर बैन लगा दिया है। सोमवार को तीर्थ पुरोहितों ने केदारनाथ (Kedarnath Dham) में बवाल भी किया और पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को धक्का देकर लौटा दिया।
यही नहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत का तीर्थ पुरोहित समाज ने घेराव कर लिया, जिसके बाद दोनों नेताओं ने तीर्थ पुरोहितों से बातचीत कर उन्हें मनाने की कोशिश की, लेकिन तीर्थ पुरोहित नहीं माने और देवस्थानम बोर्ड भंग करने की मांग पर अड़े रहे। इस घटना के बाद से सरकार की चिंता बढ़ गई है। अब पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का केदारनाथ (Kedarnath Dham) का दौरा कैसे होगा,इसको लेकर भी सरकार के माथे पर चिंता की लकीरें दिखाई दे रही हैं।
मुख्यमंत्री ने दी प्रतिक्रिया
तीर्थ पुरोहितों के विरोध के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि देवस्थानम बोर्ड को लेकर उन्होंने उच्च स्तरीय समिति गठित की है। समिति की अंतिम रिपोर्ट आनी अभी बाकी है। रिपोर्ट आते ही सरकार तीर्थ पुरोहितों की समस्या का समाधन जरूर निकालेगी।
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