उत्तराखंड में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं के बीच पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की गई 14 मोटरसाइकिलें बरामद की हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि पकड़े गए चारों आरोपी गैंगस्टर हैं और उनके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने सिडकुल थाने में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि सिडकुल थाना क्षेत्र में लगातार दोपहिया वाहन चोरी की घटनाएं सामने आ रही थीं। इन घटनाओं पर अंकुश लगाने और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया था। टीम ने घटनास्थलों का बारीकी से निरीक्षण किया, संदिग्ध गतिविधियों का विश्लेषण कर क्राइम ग्राफ तैयार किया और स्थानीय स्तर पर पूछताछ कर महत्वपूर्ण सुराग जुटाए।
गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने दवा चौक सिडकुल के पास चेकिंग के दौरान दो संदिग्धों को हिरासत में लिया। पूछताछ में उन्होंने खुलासा किया कि उनके दो अन्य साथी पेंटागन मॉल के पीछे टिन शेड के पास चोरी की गई मोटरसाइकिलों की देखरेख कर रहे हैं और उन्हें बेचने की तैयारी में हैं। सूचना पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मौके पर दबिश दी और सुनील कुमार व अक्षय को गिरफ्तार कर लिया। मौके से टिन शेड के पीछे खड़ी 14 चोरी की मोटरसाइकिलें भी बरामद की गईं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सुनील कुमार पुत्र करण सिंह निवासी ग्राम रामपुर, थाना कोतवाली देहात, जिला बिजनौर, अक्षय पुत्र लालू निवासी टांडा भागमल, थाना लक्सर, जनपद हरिद्वार, सौरभ पुत्र पप्पू निवासी बहादराबाद, थाना बहादराबाद और संजय पुत्र काशीराम निवासी सलेमपुर, थाना रानीपुर के रूप में हुई है।
एसएसपी ने बताया कि चारों आरोपियों का लंबा आपराधिक इतिहास है। आरोपी अक्षय हाल ही में एक महीने पहले जेल से छूटकर बाहर आया था और दोबारा गैंग बनाकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। पुलिस आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है और इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी की जा रही है। साथ ही, भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।



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