बाजपुर : भारतीय जनता पार्टी छोड़कर हाल ही में कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके निवर्तमान नैनीताल विधायक पुत्र sanjeev Arya पर बाजपुर में हमला (attack on yashpal arya) हो गया। इस पर अफरा-तफरी मच गई। घटना से आक्रोशित पूर्व कैबिनेट मंत्री आर्य और उनके विधायक पुत्र संजीव बाजपुर कोतवाली में धरने पर बैठ गए।
इधर पुलिस ने दोनों नेताओं के आरोप के आधार पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य पर पुलिस कार्यवाही की है। बाजपुर में तनाव बना हुआ है।
उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे बाजपुर विधायक यशपाल आर्य और उनके नैनीताल विधायक पुत्र संजीव आर्य हाल ही में भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कांग्रेस में शामिल होने के बाद यशपाल आर्य का जगह-जगह भ्रमण कार्यक्रम लगा हुआ है। वह कई जगह स्वागत समारोह में भी जा रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को बाजपुर की एक धर्मशाला में यशपाल आर्य का स्वागत समारोह आयोजित किया गया था।
दोनों उसमें शामिल होने के लिए बाजपुर पहुंचे ही थे कि आरोप है कि वहां लाठी-डंडों से लैस करीब 50 लोगों के साथ पूर्व जिला पंचायत सदस्य कुलविंदर सिंह किंदा ने दोनों पर जानलेवा हमला (attack on yashpal arya) बोल दिया। उन्होंने वाहनों को रोकने का प्रयास किया, मगर मौजूद पुलिसकर्मियों के चलते वह अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो सके।
यशपाल आर्य अपने विधायक पुत्र के साथ कोतवाली पहुंचे और वहां धरने पर बैठ गए। दोनों ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। इधर यशपाल आर्य समर्थकों ने भी जब हमले की सूचना सुनी।
बड़ी संख्या में पहुंच गए और हंगामा शुरू हो गया। पुलिस ने जैसे-तैसे मामले को संभाला।जिला प्रशासन भी सक्रिय हो गया है। बाजपुर में तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है।
इधर पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य का आरोप है के पूर्व जिला पंचायत सदस्य उनकी और उनके पुत्र की हत्या करना चाहते थे। इसी मंशा से वह हथियारों से लैस होकर पूर्व नियोजित योजना के तहत हमला (attack on yashpal arya) करने के लिए बैठे थे।
पुलिस और समर्थकों की वजह से आज उनकी जान बच गई। उन्होंने इन आरोपितों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई कर तत्काल जेल भेजने की मांग की है। इधर, यशपाल आर्य पर हमले (attack on yashpal arya) की सूचना से कांग्रेसियों में आक्रोश फैल गया। बाजपुर धर्मशाला में एकत्रित तमाम कांग्रेसी एकत्र होकर कोतवाली पहुंच गए और उन्होंने वहां हंगामा कर डाला।
पुलिस प्रशासन की समझदारी से टकराव होते होते बच गया। पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच रहे हैं। कोतवाली पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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