लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत की जांच सीबीआई ने संभाल ली है। केंद्र सरकार ने इस मामले में नोटिफिकेशन जारी कर दिया है और सीबीआई जांच के लिए एक विशेष टीम भी बना दी है। इस मामले में सीबीआई मुख्यालय की विशेष अपराध शाखा जांच करेगी और जांच के दौरान टीम लखनऊ सीबीआई टीम की भी मदद लेगी।
सीबीआई मुख्यालय में सीबीआई निदेशक ने आज जांच को लेकर बैठक बुलाई थी। बैठक में जांच को लेकर विशेष दिशानिर्देश दिए गए हैं। साथ ही सीबीआई ने उत्तर प्रदेश पुलिस से अबतक की जांच समेत सभी दस्तावेज मांगे हैं। सीबीआई सीएफएसएल के विशेषज्ञों की टीम को मौके पर पहुंचकर मुआयना करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि आज दोपहर बाद या शाम तक सीबीआई की विशेष टीम प्रयागराज पहुंच सकती है। सीबीआई की विशेष जांच टीम प्रयागराज के जार्जटाउन थाने भी जाएगी और तमाम दस्तावेजों को अपने कब्जे में लेगी। सीबीआई इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से भी पूछताछ करेगी।
मौत के बाद उठे थे कई सवाल
महंत नरेंद्र गिरि सोमवार को अपने मठ के एक कमरे में मृत पाए गए थे। पुलिस के मुताबिक, नरेंद्र गिरि ने कथित तौर पर पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने कहा कि एक कथित सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें महंत ने लिखा है कि वह मानसिक रूप से परेशान हैं और अपने शिष्य आनंद गिरी से व्यथित थे। नरेंद्र गिरी की मौत के बाद एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ, जिसमें देखा जा रहा है कि नरेंद्र गिरी का शव जमीन पर पड़ा है और जिस पंखे से फंदा फंसाकर उन्होंने आत्महत्या की, वह चल रहा था। साथ ही जिस रस्सी से उन्होंने फांसी लगाई, उसके तीन टुकड़े किए गए थे। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि बगैर पुलिस की मौजूदगी के शव कैसे नीचे उतारा गया। पंखा क्यों चलाया गया और अगर रस्सी काटकर नरेंद्र गिरी के शव को नीचे उतारा गया तो उसके दो टुकड़े होने चाहिए थे, उसके तीन टुकड़े क्यों किए गए।
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