देहरादून : प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के केसों को देखते हुए अब लोग लॉकडाउन की आशंका जताने लगे हैं। लोगों में डर है कि पता नहीं कब लॉकडाउन लग जाये। अधिकांश लोग इसको लेकर दहशत में हैं, विशेषकर वह लोग जो मजदूर वर्ग के हैं। हर रोज बढ़ती जा रही आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मंगलवार को स्थिति साफ कर दी।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा सरकार की पूरी कोशिश है कि प्रदेश में लॉकडाउन की स्थिति बिल्कुल भी ना आने पाए। लेकिन इसके लिए जनता को भी सहयोग करना पड़ेगा। 2 गज की दूरी और कोविड-19 के जितने भी नियम हैं, उनको कड़ाई से पालन कराना जरूरी है। परिस्थितियां बिगड़ी और लोग नहीं समझे तो सरकार की मजबूरी बन सकती है। फिर भी हम चाहते हैं कि प्रदेश में ऐसे हालात पैदा ना हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उन्होंने कुर्सी संभाली थी तब संक्रमण के लिहाज से इतनी स्थिति खराब नहीं थी। सिर्फ पंजाब, एनसीआर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में ही संक्रमण बढ़ रहा था। लेकिन कुछ समय से उत्तराखंड में भी संक्रमण की स्थिति भयावह हो गई। हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि लोग ठीक भी हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड गाइडलाइन का अनुपालन कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इसको लेकर जिलाधिकारी और एसएसपी को यह निर्देश दिए गए हैं की पालन करने में लापरवाही करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, इसमें कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए चाहें कोई कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो। यहां तक कि मुकदमा भी लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सीय व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। अगर पीड़ित को कहीं कोई सहयोग न मिलने की शिकायत मिलती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।


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