हर्षिता जोशी, हल्द्वानी।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए दिल्ली में रात्रि 10:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक के लिए लगाए गए लॉकडाउन का असर उत्तराखंड पर तेजी से पड़ा है। इससे आमजन की परेशानी बढ़ गई है। स्थिति यह हो गई है रोडवेज बसों की रात्रिकालीन सेवाएं प्रभावित हो गई हैं। अधिकांश यात्री रात के समय दिल्ली के लिए आवागमन करते थे, उनकी संख्या में भारी गिरावट आ गई है।लोग डर की वजह से दिल्ली नहीं जा पा रहे हैं, इस हालत ने पहले से ही लड़खड़ा रहे रोडवेज की आर्थिकी को और पतला कर दिया है।
उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, पौड़ी, अल्मोड़ा, रुद्रपुर, हल्द्वानी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और टनकपुर से रोडवेज बस सेवा दिल्ली के लिए संचालित है। रोडवेज प्रबंधन के अनुसार राज्य से करीब 265 बसें रात में करीब 9 बजे से 11 बजे के बीच दिल्ली के लिए रवाना होती हैं। यह बसें तड़के तीन बजे से पांच-छह बजे तक पहुंचती हैं। लेकिन पांच बजे तक कर्फ्यू के चलते यात्री डरे हुए हैं कि दिल्ली में प्रवेश ही नहीं मिलेगा। अगर जैसे-तैसे कर गए तो प्रशासनिक कार्रवाई का पूरा डर है। इधर, कर्फ्यू के दौरान दिल्ली में बसों के प्रवेश को लेकर भी असमंजस बना हुआ है। उत्तराखंड रोडवेज प्रबंधन ने बसों के दिल्ली में प्रवेश के लिए दिल्ली सरकार से गाइडलाइन मांगी है।
रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया है कि दिल्ली से भी उत्तराखंड के लिए रात में करीब सवा सौ बसें निकलती हैं। लेकिन डर के चलते यात्रियों की संख्या में एकाएक गिरावट आ गई है। करीब 60 फीसद यात्रियों के आवागमन में गिरावट आई है। दिन में ही दिल्ली के लिए थोड़े बहुत यात्री निकल रहे हैं। दिल्ली होकर गुरुग्राम, फरीदाबाद आदि स्थानों पर जाने वाली बसों के आवागमन पर भी अभी कोई गाइडलाइन दिल्ली से नहीं मिली है। मिलते ही शेड्यूल बनाया जाएगा।