लखनऊ : कोरोना संक्रमण में अधिकारियों का भी जीना मुहाल हो गया है। हालत यह हो गई है कि उत्तर प्रदेश में एक जिले के पुलिस क्षेत्राधिकारी को अपनी कोरोना संक्रमित पत्नी के इलाज के लिए छुट्टी ना देकर ड्यूटी लगा दी गई। इससे आहत सीओ ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को वाट्सएप पर ही अपना इस्तीफा भेज दिया। यह बात जब वायरल हुई तो पीसीएस एसोसिएशन भड़क उठी और उन्होंने सीओ को प्रताड़ित करने का आरोप लगा मुख्यमंत्री व मुख्य सचिव व डीजीपी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में तैनात 2005 बैच के पीसीएस अधिकारी मनीष सोनकर यहां करीब पौने दो साल से तैनात हैं। सीओ मनीष यहां सरकारी आवास में पत्नी और चार वर्षीय बेटी के साथ रहते हैं। सीओ मनीष के अनुसार 30 अप्रैल को उनकी पत्नी को कोरोना हो गया। पत्नी की हालत खराब है। देखरेख के लिए एक से छह मई तक कप्तान साहब से छुट्टी मांगी तो अवकाश नहीं दिया गया। बल्कि उनकी ड्यूटी भोजिला मंडी में चुनाव मतगणना में लगा दी गई। उन्होंने चुनाव ड्यूटी की सारी व्यवस्थाएं बनाते हुए फिर से 2 मई को अवकाश मांगा, फिर भी अवकाश स्वीकृति नहीं हुआ। जबकि पत्नी की हालत खराब है और देखभाल करने वाला कोई है नहीं। इसको देखते हुए वह ड्यूटी नहीं जा सके। जानने के बाद भी एसपी रोहन पी कनय ने उन्हें ड्यूटी पर आने को मजबूर किया। इसको देखते हुए उन्होंने वाट्सएप पर इस्तीफा भेज दिया।
इधर, एसएसपी का कहना है कि मनीष ने ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरती है, तलब किया तो इस्तीफा भेज दिया। उनका इस्तीफा मुख्यालय भेज दिया गया है।
इधर, उत्तर प्रदेश पीसीएस एसोसिएशन ने एसएसपी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। साथ ही मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव व डीजीपी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।