सौरभ बजाज, हल्द्वानी
उत्तराखंड में संक्रमण दर नीचे आने के बाद राज्य सरकार द्वारा 5 जून को जारी की गई s.o.p. से व्यापारी खुश नहीं है। व्यापारियों का आरोप है कि सरकार अब जानबूझकर व्यापार को ठप करना चाहती है। इससे आक्रोशित व्यापारी सोमवार को जुलूस के रूप में कोतवाली पहुंचे और वहां धरना प्रदर्शन कर गिरफ्तारी दी। kotwal का कहना था व्यापारी गिरफ्तारी देने आए थे लेकिन उनका ज्ञापन लेकर तुरंत ही छोड़ दिया गया। व्यापारियों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार का रवैया नहीं बदला तो अभी आंदोलन उग्र होता चला जाएगा।
प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा के नेतृत्व में haldwani महानगर के तमाम व्यापारी नारेबाजी करते हुए कोतवाली पहुंचे। वहां इन लोगों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार को जमकर कोसा। प्रदेश अध्यक्ष नवीन वर्मा का कहना था कि वह लोग अब भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। 2 महीने से व्यापार बंद है, उनकी दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों की स्थिति भी बहुत खराब है। इन सारी स्थितियों से प्रदेश सरकार को लगातार अवगत भी कराया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में संक्रमण सर्वाधिक था वह राज्य उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र व हरियाणा सभी में व्यापार खोल दिया गया है, लेकिन उत्तराखंड में खुद सरकार भी बता रही है कि अधिकांश जिलों में संक्रमण पर तीन परसेंट से नीचे आ गई है बावजूद बाजार खोलने को मुख्यमंत्री तैयार नहीं है। इससे वे लोग सड़क पर आ गए हैं। उन लोगों को अपनी लोन, टैक्स, दुकान का किराया और कर्मचारियों के वेतन का भुगतान भी करना मुश्किल हो रहा है। इन लोगों ने कोतवाल से गिरफ्तार करने की अपील की। kotwal ने सरकार के नाम संबोधित ज्ञापन लेकर उन्हें आश्वासन दे लौटा दिया।
जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता ने कहा कि सरकार कोविड की आड़ में मनमानी पर उतर आई है। लेकिन सर्वाधिक राजस्व देने वाले व्यापारी को कमजोर न समझा जाए।
इस दौरान रूपेंद्र नागर, हर्षबर्धन पांडेय, कुसुम दिगारी, उर्वसी बोरा, ममता बिष्ट, विनीत शर्मा, सुरभि मेहरोत्रा, गीता बिष्ट, योगेश शर्मा, मनोज जायसवाल, मनीष अग्रवाल, प्रताप जोशी, पवन वर्मा, कृष्णा फुलारा, परमजीत पम्मा, संदीप गुप्ता, नदीम खान, लाला जायसवाल, सूरज लांवा, अशोक सिंधी, कौशलेंद्र भट्ट, नीरज गुप्ता, संदीप सक्सेना, विपिन साहू आदि मौजूद थे।