न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। गीता भवन स्वर्गाश्रम स्थित औषधि निर्माण शाला को सिडकुल हरिद्वार शिफ्ट किए जाने के खिलाफ अनशन पर बैठे आचार्य निराला की मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में मौत हो गई। बीती शुक्रवार की रात उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था।
बता दें कि अपनी मांग को लेकर उत्तराखंड सरकार को वे काफी पहले अवगत करा चुके थे। बावजूद उनकी सुनी नहीं गई।
गीता भवन स्वर्गाश्रम स्थित औषधि निर्माण शाला को सिडकुल हरिद्वार शिफ्ट किए जाने के खिलाफ कर्मचारी दो महीने से आंदोलन कर रहे हैं। पिछले कई दिन से आमरण अनशन पर बैठे संत आचार्य निराला (60 वर्ष) की हालत बिगड़ने पर उन्हें शुक्रवार की रात पुलिस और प्रशासन ने राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश में भर्ती कराया था। दरअसल स्वास्थ्य विभाग पौड़ी के नीलकंठ नोडल प्रभारी डॉ. राजीव कुमार ने शुक्रवार शाम के वक्त जब आचार्य निराला की तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो स्वास्थ्य केंद्र लक्ष्मण झूला से डॉ. नितिन के साथ टीम को मौके पर भेजा। उनका रक्तचाप बड़ा हुआ था, कमजोरी भी काफी आ गई थी। जिस पर उन्हें मौके पर ही फ्लूड देने को कहा गया। आचार्य निराला ने कोई भी उपचार और फ्लूड लेने से इन्कार कर दिया। इस दौरान लक्ष्मण झूला थाने की टीम भी मौके पर बुलाई गई जो उन्हें लेकर अस्पताल पहुंची थी। मंगलवार को उनकी मौत हो गई।