सोशल मीडिया पर वायरल हुआ देवबंद दारुल उलूम का फतवा, कहा- ई-श्रम कार्ड बनवाना इस्लाम में नाजायज

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न्यूज जंक्शन 24, लखन। ई-श्रम कार्ड (e-shram card in Islam) बनवाने को लेकर देवबंद के दारुल उलूम (Deoband Darul Uloom) का एक फतवा (fatwa) सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि अगर इसमें बीमा पॉलिसी और सूद शामिल है तो इसका इस्तेमाल करना इस्लाम में नाजायज है। सरकार अपने खर्च से कार्ड बनवा कर दे रही है तो इसके इस्तेमाल में कुछ गुंजाइश है।

बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फतवे (Deoband Darul Uloom fatwa) में एक शख्स ने दारुल इफ्ता विभाग के मुफ्ती-ए-कराम से पूछा कि सरकार की तरफ ई-श्रम कार्ड (e-shram card in Islam) बनवाए जा रहे हैं। जिसके माध्यम से किसी भी सरकारी योजना का लाभ कार्ड बनवाने वाले ले सकेंगे। यह भी पूछा कि ई-श्रम कार्ड में सरकार की तरफ से बीमा पॉलिसी भी शामिल है। जिसमे यह सुविधा दी गई है कि यदि कार्ड (e-shram card in Islam) धारक के साथ कोई हादसा हो जाता है तो सरकार से गुजारिश पर उसे मुआवजा भी दिया जाएगा।

इस पर मुफ्तियों (Deoband Darul Uloom) ने जवाब में कहा गया कि ई-श्रम कार्ड (e-shram card in Islam) बनवाने में अगर बीमा पॉलिसी शामिल है तो यह हराम है। क्योंकि पॉलिसी में सूद एवं जुए का मिश्रण होता है। जिसके चलते इसका इस्तेमाल करना जायज नहीं है। मुफ्तियों ने यह भी कहा कि यह कार्ड सरकार की तरफ से बनवाए जा रहे हैं और इनमे कोई रकम कार्ड धारक को अदा नहीं करनी पड़ रही है तो फिर इसके इस्तेमाल में कुछ गुंजाईश है। फतवा (Deoband Darul Uloom fatwa) दिसंबर माह का लिया हुआ है। जिसे अब सोशल मीडिया पर वायरल किया गया है। हालांकि इस संबंध में संस्था के किसी जिम्मेदार से संपर्क नहीं हो सका।

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