फर्जी आर्मी अफसर ने कई युवाओं से की ठगी, गिरफ्तार

9
खबर शेयर करें -

उत्तराखंड एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। देहरादून में एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया गया है, जो आर्मी अफसर बनकर नवयुवकों से सेना में भर्ती कराने का झांसा देकर लाखों रुपये ठग चुका था। एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस की संयुक्त कार्रवाई में इस फर्जी आर्मी अफसर का भंडाफोड़ किया गया है।

एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आर्मी इंटेलिजेंस देहरादून यूनिट द्वारा दी गई गोपनीय सूचना के आधार पर इस ठग को गिरफ्तार किया गया। इसके खिलाफ थाना पटेलनगर में एक नवयुवक ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने आरोप लगाया कि उसे आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर ठगी की गई।

एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि आरोपी का नाम प्रमोद कुमार उर्फ वासू है, जो आर्मी अफसर बनकर आर्मी वर्दी पहनकर युवाओं को धोखा देता था। उसने पीड़ितों से 3 से 3.50 लाख रुपये झांसा देकर लिए थे, यह कहकर कि वह उन्हें आर्मी में भर्ती करवा सकता है। ठगी का शिकार हुए युवकों को मिलिट्री हास्पिटल देहरादून में आर्मी वर्दी पहने देखा गया था, जिससे उन्हें यकीन हो गया कि वह सच में आर्मी अफसर है।

एक पीड़ित युवक परवेज ने बताया कि उसे आर्मी में चालक के पद के लिए भर्ती कराने का एडमिट कार्ड भी दिया गया था। हालांकि जब वह मिलिट्री हास्पिटल देहरादून पहुंचा, तो पाया कि जिस मेरिट लिस्ट को उसे दिखाया गया था, वह पूरी तरह से जाली थी और प्रमोद कुमार ने उसे धोखा देने के लिए नाम एडिट किया था।

एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने मामले की गंभीरता को समझते हुए विस्तृत जांच की और 3 फरवरी 2025 की रात को चंदमणि रोड से प्रमोद कुमार उर्फ वासू को गिरफ्तार किया। उसके पास से एक फर्जी आर्मी पहचान कार्ड, आर्मी वर्दी की जोड़ी, अन्य आर्मी से संबंधित सामग्री और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ।

अभियुक्त प्रमोद कुमार उर्फ वासू उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के चंद्रपाल खेड़ी गांव का निवासी है। उसकी गिरफ्तारी एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस की संयुक्त कार्रवाई का परिणाम है। इस कार्रवाई में एसटीएफ के निरीक्षक अबुल कलाम, यादविंदर सिंह बाजवा, विघादत्त जोशी, संजय मेहरोत्रा, हेड कांस्टेबल संजय कुमार, महेंद्र सिंह नेगी, बृजेंद्र चौहान, मोहन असवाल और गोविंद बल्लभ सहित पुलिस और आर्मी इंटेलिजेंस की टीम भी शामिल थी।