न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी पर हिंदी फिल्म बनने जा रही है (Film on former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee)। 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी पर बनने वाली इस फिल्म का नाम है, ‘अटल’ और इसे बनाने के लिए दो दिग्गज फिल्म निर्माताओं विनोद भानुशाली और संदीप सिंह ने हाथ मिलाया है। संदीप सिंह इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ भी बना चुके हैं। फिल्म ‘अटल’ के निर्देशक और फिल्म में अटल बिहारी वाजपेयी का किरदार निभाने वाले कलाकार का एलान जल्द ही होने वाला है।
अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशती वर्ष की तैयारियां भारतीय जनता पार्टी के थिंक टैंक ने शुरू कर दी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक और आजीवन अविवाहित रहने वाले अटल बिहारी वाजपेयी ने सत्ता में आने से पहले विपक्ष के नेता के रूप में भी खूब सम्मान पाया और संयुक्त राष्ट्र में उनके हिंदी में दिए गए भाषणों का उल्लेख अक्सर राजनीतिक चर्चाओं में होता है।
अटल बिहारी वाजपेयी पर बनने जा रही ये फिल्म एक किताब पर आधारित है, जिसके अधिकार विनोद भानुशाली और संदीप सिंह ने हासिल किए हैं। फिल्म का पूरा नाम है, ‘मैं रहूं या ना रहूं, ये देश रहना चाहिए-अटल’ जो पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली किताब ‘द अनटोल्ड वाजपेयी: पॉलिटिशियन एंड पैराडॉक्स’ का एक नाटकीय रूपांतरण है। ये किताब उल्लेख एन पी ने लिखी है।
फिल्म के एलान पर निर्माता विनोद भानुशाली कहते हैं, “मैं अपने पूरे जीवन अटल जी का सबसे बड़ा प्रशंसक रहा हूं। वह एक जन्मजात नेता, उत्कृष्ट राजनेता और दूरदर्शी थे। हमारे राष्ट्र निर्माण में उनका योगदान अद्वितीय है और यह हमारे लिए बहुत सम्मान की बात है कि भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड उनकी विरासत को सिल्वर स्क्रीन पर ला रहा है।”
वहीं फिल्म के दूसरे निर्माता संदीप सिंह के मुताबिक, “अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय इतिहास के महानतम नेताओं में से एक थे जिन्होंने अपने शब्दों से दुश्मनों का दिल जीत लिया। उन्होंने सकारात्मक रूप से राष्ट्र का नेतृत्व किया और प्रगतिशील भारत का प्रिंट तैयार किया। एक फिल्म निर्माता होने के नाते मुझे लगता है कि सिनेमा ऐसी अनकही कहानियों को प्रस्तुत करने का सबसे अच्छा माध्यम है, जो न केवल उनकी राजनीतिक विचारधाराओं पर प्रकाश डालेगी बल्कि उनके मानवीय और काव्यात्मक पहलुओं को भी उजागर करेगी।”
बता दें कि विनोद भानुसाली म्यूजिक और फिल्म प्रोडक्शन कंपनी टी सीरीज के बैकबोन माने जाते रहे हैं। उन्होंने इस कंपनी को बुलंदियों तक पहुंचाने के लिए करीब तीन दशक तक दिन रात मेहनत किया। हालांकि पिछले साल उन्होंने कंपनी छोड़ दी और भानुसाली स्टूडियो के नाम से अपना प्रोडक्शन हाउस खोला। वह ‘कबीर सिंह’, ‘बाटला हाउस’, ‘साहो’, ‘थप्पड़’ और ‘तानाजी द अनसंग वॉरियर’ जैसी ब्लॉकबस्टर व चर्चित फिल्मों के निर्माण से लेकर प्रचार प्रसार तक बतौर सह निर्माता महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। विनोद भानुसाली म्यूजिक लेबल Hitz Music के भी मालिक हैं।
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