Help in corona : इन चिकित्सकों ने साबित किया खुद को ‘धरती का भगवान’, रोगियों को फोन पर दे रहे रात-रात भर सलाह।

230
खबर शेयर करें -

 

हल्द्वानी : कोरोना संक्रमण काल में जहां रोगियों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल पा रही है और डॉक्टर उपलब्ध नहीं हैं ऐसे में haldwani के यह चिकित्सक पीड़ितों के लिए धरती का भगवान साबित हो रहे हैं। कई चिकित्सक तो पूरी-पूरी रात लोगों के लिए सलाह देने में बिता दे रहे हैं। इन चिकित्सकों का मानना है कि फोन के जरिए ही सही लोगों को अगर लाभ मिलता है तो इससे बड़ा पुण्य इस समय कुछ नहीं हो सकता। यहां तक कि उक्त चिकित्सक अस्पताल में कहां उपचार की व्यवस्था है, यह भी बताने में मदद कर रहे हैं।


कुमाऊं के प्रवेश द्वार कहलाने वाले हल्द्वानी को दूसरा नाम कुमाऊं की राजधानी भी दिया गया है। महानगर चिकित्सा हब के रूप में है, यहां पर पूरे पहाड़ से लेकर तराई और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से भी रोगी कई बार रेफर होकर haldwani के डॉक्टर सुशीला तिवारी अस्पताल समेत निजी अस्पतालों के लिए आते हैं। लेकिन कोरोना संक्रमण काल में स्थिति यहां भी भयावह बन गई है। इस वक्त लोगों को उपचार तो दूर चिकित्सकों की सलाह तक नहीं मिल पा रही है, रात में परेशान होने पर तीमारदार और पीड़ित तड़पते रह जा रहे हैं। रात के समय ना अस्पताल उपलब्ध हैं और ना चिकित्सक। ऐसे में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है, संघ ने 22 चिकित्सकों की सूची जारी की है। इस सूची में 4 होम्योपैथिक, 7 एलोपैथिक और 11 आयुर्वेदिक चिकित्सकों का नाम और नंबर दिया हुआ है। यह भी बताया गया है कि यह सभी चिकित्सक सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक किसी भी परेशानी में सलाह के लिए मोबाइल पर उपलब्ध रहेंगे। सभी चिकित्सकों ने अपने मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं। खास बात यह है 22 चिकित्सकों की सूची में वरिष्ठ आयुर्वेदिक चिकित्सक Dr vinay khullar Ji तो 24 घंटे सेवा उपलब्ध दे रहे हैं। इस संबंध में डॉ विनय खुल्लर से बात की गई तो उन्होंने बताया मंगलवार को ही 138 रोगियों ने उनसे सलाह ली। 4 रोगियों का तो फोन रात 12:00 बजे से सुबह 3:00 बजे के बीच आए, यह सभी रोगी अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ और चंपावत जिले से थे। डॉ विनय खुल्लर का कहना था कि उन्होंने हार फोन अटेंड किया और सभी रोगी रात में उपचार को लेकर परेशान थे। उनको दवाइयां और ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के संबंध में विस्तार से बताया। आज बुधवार को वह रोगी अपने निजी वाहन से haldwani भी पहुंच गए, फोन पर उनको यह भी बता दिया गया कि कहां किस अस्पताल में भर्ती होने की सुविधा है उनको यह भी बताया गया कहां-कहां कोविड सेंटर बनाए गए हैं और जांच की सुविधा है। इससे रोगियों को काफी लाभ मिल रहा है, उन्होंने बताया कि इसी तरह सूची में चिकित्सकों के पास भी लगातार फोन आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करें, मास्क लगाकर घर से निकलें, किसी से भी 2 गज की दूरी बना कर रखना और योगा के साथ-साथ उपचार की सामान्य विधियां लगातार अपनाए जाने की अपील की है। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना से डरना नहीं है बल्कि लड़ना है। इसलिए घबराए तो बिल्कुल भी नहीं। घबराहट ही कोरोना की सबसे कमजोर कड़ी है और वह तभी गिरफ्त में ले लेता है। उन्होंने कहा कि मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है, इसके लिए वे 24 घंटे उपलब्ध हैं।