न्यूज जंक्शन 24, हल्द्वानी। उत्तराखंड में कुमाऊं मंडल के प्रमुख व्यवसायिक शहर हल्द्वानी में इस वर्ष होली के सीजन में अबीर-गुलाल, रंग और पिचकारी के कारोबार में मंदी छाई रही।
आलम यह है कि ग्राहकों की भीड़ से पटे रहने वाले हल्द्वानी के बाजारों में अधिकतर दुकानदारों के समय काटना मुश्किल हो रहा है और दुकानदार दुकानों में सोते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। इस मंदी के लिए अधिकतर थोक कारोबारी कोरोना महामारी को जिम्मेदार मान रहे हैं वहीं कुछ फुटकर कारोबारियों का मानना है कि गली-मोहल्लों में रंग एवं पिचकारी की दुकानें खुलने के कारण लोग बाजार का रूख नहीं कर रहे हैं।
रंगों के थोक कारोबारियों का कहना है कि उन्हें गत रविवार तक ही बिक्री की आस बनी हुई थी। उनका यह भी कहना है कि अब बचा हुआ माल होली के अगले सीजन के लिए स्टाक करना पड़ रहा है।
शहर के सदर बाजार के कारोबारी विनोद कुमार देवल का मानना है कि कुमाऊं के पर्वतीय जिलों और हल्द्वानी से सटे इलाकों के फुटकर दुकानदारों के खरीददारी हेतु नहीं पहुंचने के कारण ही बाजार में व्यवसाय के दृष्टिकोण से सुनसानी पसरी हुई है।
बाजार में सीमित ग्राहकों के कारण अधिकतर दुकानदार मन मारकर दुकानों में बैठे हैं और कम मूल्य की वस्तुएं मांगने वाले ग्राहकों को लौटा रहे हैं। इस कारण शुक्रवार एक ग्राहक को नामकरण संस्कार में उपयोग में आने वाले दस रुपये मूल्य का काला तागा क्रय करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
एक थोक कारोबारी के प्रतिष्ठान में काम करने वाले एक कर्मचारी का कहना है कि बाजार में सुनसानी के कारण ऐसा माहौल व्याप्त है जैसे शनिवार को ही होलिका दहन होने वाली हो।
उल्लेखनीय है कि कुमाऊं मंडल में सोमवार को छलड़ी (रंग खेलने वाला दिन) मनायी जायेगी।
कोरोना में बदरंग हो गई हल्द्वानी के बाजार की होली, कारोबार में छाई रही मंदी
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