न्यूज जंक्शन 24, बरेली।
भाई व बहनोई के साथ षड़यंत्र रच बलराम को उसकी प्रेमिका ने मौत के घाट उतारा था और डोहरा रोड पर झाडियों में बलराम का शव बरामद हुआ था। इस मामले में बारादरी पुलिस ने आरोपी प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया है। जबकी षड़यंत्र में शामिल भाई और बहनोई फरार हैं।
शाहजहांपुर के डभरिया थाना पुवायां निवासी वीरेन्द्र ने बताया कि उनका बेटा बलराम (28) ट्रक ड्राईवर था। इसके साथ ही मझला बेटा सोनू भी ड्राइवरी करता था। जिसके पांच साल पहले जगतपुर पानी की टंकी के पास रहने वाली आसमा से संबंध हो गये थे और आसमा के साथ ही जगतपुर में किराये का मकान लेकर रहने लगा। जहां पर बलराम का भी आना जाना था। उन्होंने बताया कि इसी दौरान आसमा ने छोटे बेटे बलराम को अपने प्यार के झांसे में ले लिया और बलराम का आना जाना उसके घर में बड़ गया। उसने बताया कि महिला आसमां ने बेटे से प्लाट खरीदने के लिए दो लाख रुपये ले लिये। इसमें महिला का भाई गौटिया निकट चांद मस्जिद निवासी आमीर व उसका बहनोई इमरान शामिल है। उक्त आरोपियों से अपना पैसा निकलवाकर वह वापस गांव में रहने आ जायेगा। वीरेन्द्र का कहना है कि इसके बाद तीन सितंबर को बारादरी पुलिस ने उनके बेटे का शव डोहरा मोड़ की झाड़ियों मे मिलने की सूचना दी। जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे और पुलिस ने बलराम के शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बलराम की मौत का कारण गला दबाकर हत्या करना आया था। बारादरी पुलिस ने इस मामले में आरोपी प्रेमिका को हिरासत में लिया है और पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही आरोपी भाई आमीर बहनोई इमरान फरार है। जिनकी तलाश में पुलिस में दबिश दे रही है।
भाई के सामने कुबुल की हत्या की बात
वीरेन्द्र ने बताया कि बेटे बलराम के शव पड़े होने की सूचना मिलते ही उसका भाई तत्काल आसमां के पास पहुंच गया। जहां वह बहुत घबराई हुई थी। इसकी वजह पूछने पर वह रोने लगी और बताया कि पैसों के विवाद को लेकर उसने व भाई आमीर और बहनोई इमरान ने मिलकर बलराम की हत्या कर दी। इसके साथ ही उसने अपने प्यार का वास्ता देते हुये बचाने को कहा और बताया कि आमीर और इमरान तुम्हे भी मार सकते हैं। यह बात सुनकर सोनू डर गया और हिम्मत कर उसने जब यह बात बताई तो पता चला कि उनके बेटे की हत्या पैसों के खातिर की गई है।
साड़ी से गला दबाकर की थी हत्या
आरोपियों ने बलराम की हत्या साड़ी से गला दबाकर की थी। जिसके बाद उसके शव को चादर में लपेट कर संदूक में डाल दिया और डोहरा मोड़ पर फेंक आये। इस बात की पुष्टि पुलिस ने की। आसपास के सीसीटीवी में आसमा, आमीर और इमरान ठेले पर संदूक रखकर डोहरा रोड की ओर जाते दिखे थे।
हत्या के आठ दिन बाद मुकदमा दर्ज
बलराम की हत्या के आठ दिन बाद आरोपी आसमा, आमीर और इमरान के खिलाफ षड़यंत्र रचने, हत्या करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में बारादरी पुलिस का कहना है कि इस मामले में वह अपनी जांच पड़ताल कर रहे थे। इसके अलावा बलराम का परिवार तहरीर देने में टाल मटोल कर रहा था। इस कारण ही मुकदमा दर्ज करने में देरी हुई है।