न्यूज जंक्शन 24, देहरादून : उप्र भाजपा में मची भगदड़ से पार्टी नेता जहां अलर्ट हो गए हैैं वहीं शुक्रवार को देहरादून में भी पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के घर पर कई विधायकों ने पहुंचकर मंत्रणा की। इसको लेकर रणनीतिकार एकाएक सतर्क हो गए।
हालांकि बाद में पता चला कि पार्टी कोर गु्रप और प्रदेश संसदीय समिति की शनिवार को होने वाली बैठक में पैनल को अंतिम रूप दिया जाएगा, जिस कारण दावेदारों ने राजधानी में डेरा डाल दिया है। वह शीर्ष नेताओं से मिलकर अपनी बात और दावेदारी का आधार रख रहे हैैं।
देवभूमि में भाजपा को 2017 में प्रचंड बहुमत मिला था। इस बार स्थिति क्या रहती है, यह तो बाद में पता चलेगा। फिलहाल पार्टी सत्ता में वापसी के लिए बहुत ही फूंक फूंककर कदम रख रही है। इसीलिए भाजपा ने पांचवीं विधानसभा के लिए चुनाव की घोषणा से पूर्व सभी विधायकों की परफार्मेंस को लेकर सर्वे कराया।
इसमें कई विधायक कसौटी पर खरे नहीं उतर पाए। ऐसी स्थिति में उनका उस विधानसभा सीट पर दूसरा विकल्प भी बताया गया। इस सर्वे रिपोर्ट ने मौजूदा दावेदारों की नींद उड़ा रखी है। यह लोग चिंता में हैैं कि कहीं उनका टिकट न कट जाए। इसीलिए इन लोगों ने अपने टिकट को लेकर लामबंदी बढ़ा दी है। शुक्रवार को देहरादून में इनकी सक्रियता को इसी आशंका से जोड़कर देखा जा रहा है।
यह विधायक दिनभर दिग्गजों से मिलने की जुगत में दिखे। इन लोगों ने प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी से लेकर सभी प्रमुख नेताओं से मिलकर अपनी बात रखी। शुक्रवार को ही विजयपाल सिंह पंवार, मुकेश कोली, दिलीप रावत, धन सिंह नेगी समेत अन्य विधायक पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मिले। सूत्रों का कहना है कि इन लोगों ने टिकट की चर्चा की।