चंडीगढ़ । हरियाणा में विपक्ष में बैठी कांग्रेस भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई है। बुधवार को विधानसभा में इस पर चर्चा होगी, जिसके बाद इस पर मतदान होगा। इसे लेकर सत्ता में बैठी बीजेपी, जेजेपी, और कांग्रेस ने अपने विधायकों व्हिप जारी किया है। हालांकि आंकड़ों में सरकार पूरी तरह सुरक्षित दिख रही है। अभी राज्य में 88 विधायक हैं। अभय चौटाला के इस्तीफे से ऐलनाबाद सीट खाली है। कालका सीट भी खाली है। क्योंकि यहां के विधायक प्रदीप चौधरी को एक मामले में तीन साल की सजा होने पर अयोग्य घोषित कर दिया गया है। ऐसे में गठबंधन सरकार को बहुमत के लिए सिर्फ 45 के आंकड़े तक ही पहुंचना है। फिलहाल उसके पास 56 विधायकों का आंकड़ा बनता है। इसमें भाजपा के 40, जजपा के 10 और सात निर्दलीय विधायक हैं। कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं।
कांग्रेस यह अविश्वास प्रस्ताव तीनों नए कृषि कानूनों के विरोध में लेकर आई है। इसे लेकर कांग्रेस की तरफ से मुख्य सचेतक बीबी बत्रा ने व्हिप जारी किया है। कहा है कि कोई भी विधायक नेता प्रतिपक्ष की मंजूरी के बिना सदन से बाहर नहीं जाएगा। अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में सभी मतदान करेंगे। वहीं भाजपा की तरफ से मुख्य सचेतक कंवर पाल, जेजेपी की ओर से मुख्य सचेतक अमरजीत ढांडा ने अपने विधायकों को कहा है कि सदन के नेता की अनुमति बिना कोई सदन नहीं छोड़ेगा। सदन में महत्वपूर्ण विधायी कार्य होने हैं। वोटिंग के दौरान सभी को सरकार के पक्ष में वोट करना है।