उत्तराखंड में निकाय चुनाव की सरगर्मी के बीच गुरुवार को नाम वापसी का अंतिम दिन रहा, और इस दिन हल्द्वानी की राजनीति में अहम मोड़ आया। नगर निगम के मेयर पद के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार और प्रदेश महासचिव शोएब अहमद ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। इसके साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी और हिंदूवादी नेता रूपेंद्र नागर ने भी रण छोड़ने का फैसला किया।
शोएब अहमद का कहना है कि पिछले 10 वर्षों से भाजपा के मेयर रहते हुए हल्द्वानी की जनता को सिर्फ निराशा ही हाथ लगी है। अब, चुनाव में मुकाबला सीधे होने की संभावना बन गई है, जिससे कांग्रेस के पक्ष में माहौल बन सकता है। यह कदम आगामी चुनावी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है, जिसका प्रभाव चुनाव परिणामों पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
वहीं, हिंदूवादी नेता रूपेंद्र नागर ने भी बड़ा कदम उठाया। उन्होंने अपना निर्दलीय नामांकन वापस लेकर भाजपा को समर्थन देने का ऐलान किया। नाम वापसी के अंतिम दिन, रूपेंद्र नागर निर्वाचन कार्यालय पहुंचे और अपना नामांकन वापस लिया।
नागर का कहना है कि उन्होंने भाजपा से हिंदुत्व के मुद्दों पर चर्चा की और पार्टी ने इन मुद्दों पर ध्यान देने का आश्वासन दिया, जिसके बाद उन्होंने भाजपा को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया। इस फैसले से हल्द्वानी के चुनावी माहौल में एक नया मोड़ आया है, जो आगामी मतदान के परिणामों पर गहरा असर डाल सकता है।