न्यूज जंक्शन 24, हल्द्वानी ।
कोरोनाकाल में सुशीला तिवारी अस्पताल की असुविधाओं को लेकर मरीजों के भागने का क्रम खत्म होता नहीं दिख रहा है। गुरुवार रात अस्पताल में भर्ती एक गर्भवती नौ बजे खाना खा-पीकर सो गई। लेकिन रात दो बजे स्टाफ ने देखा तो विस्तर खाली पड़ा था। बहुत देर तक जब गर्भवती नहीं आई तो स्टाफ घबरा गया। हर जगह तलाशा पर नहीं दिखी। अस्पताल प्रशासन ने सुबह को पुलिस को जानकारी दी। पुलिस ने कागजों में दर्ज पते के हिसाब से भवाली में खोजबीन की। लेकिन वह ऊधमसिंह नगर जिले के गदरपुर में मिली। गर्भवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि महिला ऑपरेशन से घबराकर फरार हो गई। क्योंकि वह गुरुवार दिन से ही बार-बार नॉर्मल डिलीवरी के लिए जिद कर रही थी, जबकि चिकितसंकों ने उसे ऑपरेशन बता दिया था।
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के बिलासपुर निवासी एक युवक की गदरपुर में ससुराल है। पत्नी गर्भवती है, लिहाजा वह उसे लेकर पहले बीडी पांडे अस्पताल गया, उसके बाद एसटीएच ले आया। सुशीला तिवारी अस्पताल में चिकित्सकों ने गर्भवती का टेस्ट कराया तो वह कोरोना संक्रमित निकल आई। चिकित्सकों ने उसे गायनी वार्ड में भर्ती कर दिया। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वह रात को नौ बजे खाना खा-पीकर सोई थी। रात करीब दो बजे स्टाफ ने बेड पर देखा तो विस्तर खाली पड़ा था। स्टाफ ने बहुत देर तक नहीं आने पर गर्भवती को तलाश किया, मगर वह कहीं नहीं दिखी। रात में ही अस्पताल प्रशासन को भी अवगत करा दिया गया। सुबह को पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने कागजों में दर्ज भवाली के पते पर तलाशा, लेकिन महिला नहीं मिली। कोतवाल का कहना है कि महिला ऊधमसिंह नगर जिले में गदरपुर में मिली है। गदरपुर में महिला की ससुराल है। पुलिस ने गर्भवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया है।