न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 जहां भाजपा के लिए बेहतर साबित हुआ, वहीं कई पार्टियाें को इसने बुरे दिन दिखा दिए। खासकर कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के लिए। कांग्रेस ने इस बार का विधानसभा चुनाव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) के नेतृत्व में लड़ा था और पार्टी ने अकेले दम पर चुनाव मैदान में उतरते हुए 399 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए थे, मगर इन 399 कांग्रेस प्रत्याशियों (Congress Candidates) में से 387 उम्मीदवारों (Congress Candidates) की जमानत ही जब्त हो गई। सिर्फ 12 उम्मीदवार ही अपनी जमानत बचाने में कामयाब रहे।
कांग्रेस वोट शेयर के मामले में राष्ट्रीय लोक दल से भी पिछड़ गई। कांग्रेस प्रत्याशी 97 फीसद सीटों पर जमानत बचाने में भी नाकामयाब रहे। देश की सबसे पुरानी पार्टी 2.4 फीसद वोट शेयर के साथ महज 2 सीटें ही जीत सकी।
2017 में सपा से किया था गठबंधन
कांग्रेस (Congress Candidates) साल 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरी थी और इस बार का चुनाव अकेले लड़ा था। कांग्रेसियों को उम्मीद थी कि प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में पार्टी को फायदा मिल सकता है। हालांकि, उनकी उम्मीद बस उम्मीद ही बनकर रह गई। प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में लगातार चुनाव प्रचार किया, लेकिन पार्टी (Congress Candidates) को उल्लेखनीय सफलता दिलाने में विफल रहीं।
बसपा के 290 उम्मीदवारों की जमानत जब्त
मायावती की बसपा ने भी अकेले ही चुनाव लड़ा था और सभी 403 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से 290 उम्मीदवार जमानत भी नहीं बचा सके। पार्टी को बस 1 सीट से ही संतोष करना पड़ा।
भाजपा की 3 तो सपा की 6 सीटों पर जमानत जब्त
भारतीय जनता पार्टी ने 376 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इनमें से 3 सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई। वहीं, अखिलेश की समाजवादी पार्टी ने 347 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 6 सीटों पर पार्टी उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई।
ऐसे ही लेटेस्ट व रोचक खबरें तुरंत अपने फोन पर पाने के लिए हमसे जुड़ें
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।
हमारे फेसबुक ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।