देहरादून : अल्मोड़ा जिले की सल्ट विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर अभी तक जहां भाजपा और कांग्रेस में टिकट को लेकर जबरदस्त गहमागहमी रही, मगर होली पर कांग्रेस ने गंगा पंचोली पर दांव खेलकर अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता रंजीत रावत को झटका दे दिया।
विदित रहे कि इस सल्ट विधानसभा सीट से रंजीत रावत कंग्रेस विधायक रह चुके हैं, उनके बेटे ब्लाक प्रमुख हैं। इस उपचुनाव में कांग्रेस के टिकट के प्रबल दावेदारों में रहे हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के साथ उनके अच्छे रिश्तो को देखते हुए उम्मीद लग रही थी कि टिकट रंजीत रावत के बेटे को मिल सकता है। लेकिन अपनी पुरानी पुस्तैनी सीट पर बेटे को उत्तराधिकारी बनाने का सपना हाई कमान ने तोड़ दिया। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उप नेता प्रतिपक्ष करण मेहरा गंगा पंचोली के प्रत्याशी बनाने के पक्षधर थे जबकि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष रंजीत रावत के बेटे को प्रत्याशी बनाना चाहते थे। हालांकि पंचोली के टिकट हासिल करने के पीछे उनके पिछले चुनाव में बहुत कम वोटों से हारने का बड़ा कारण माना जा रहा है।
इसके अलावा यह भी माना जा रहा है कि पार्टी इस सीट को 2022 विधानसभा चुनाव का टेस्ट मान रही है। ऐसे में अब कंग्रेस में इस सीट को जीतना प्रतिष्ठा का प्रश्न है। इसकी बड़ी जिम्मेदारी अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उपनेता करन माहरा पर ज्यादा रहेगी। क्योंंकि पहाड़ पर हरीश रावत का दबदबा अच्छा है। हालांकि कांग्रस प्रदेशाध्यक्ष प्रीतम सिंह पहले ही दावा कर चुके हैं कि सल्ट सीट जीतकर भाजपा को प्रदेश से विदाई का कांग्रेस बड़ा संदेश देने जा रही है।


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