न्यूज जंक्शन 24, हल्द्वानी। सलाखों के पीछे से रंगदारी मांगने के मामले से दागदार हुई उत्तराखंड की अल्मोड़ा जिला जेल ( Almora district jail) अब नशे के कारोबार को लेकर चर्चित है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने जेल के अंदर से नशा कारोबार संचालित होने का खुलासा किया है।
ड्रग्स तस्करी की सूचना पर उत्तराखंड एसटीएफ ने अल्मोड़ा जेल ( Almora district jail) में छापेमारी की है। साथ ही अपराधियों के जेल से संचालित होने वाले 6 ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है। इस दौरान अलग-अलग जगहों से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ की टीम ने अल्मोड़ा, कोटद्वार, बडोवाला, ऋषिकेश, बरेली, शाहजहांपुर सहित विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की है। इस दौरान लाखों का ड्रग्स भी बरामद किया गया है। टीम ने अभी तक लाखों रुपये, नारकोटिक्स (ड्रग्स) के साथ गैंग के लिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से पैसे इकट्ठा करके जेल में देने वाला शख्स भी पौड़ी से गिरफ्तार किया है।
अल्मोड़ा जेल से मिला प्रतिबंधित सामान
सर्च ऑपरेशन में जेल ( Almora district jail) के अंदर से मोबाइल, ईयरफोन और सिम कार्ड सहित कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए गए हैं। इस दौरान एक आरोपी में टॉयलेट में अपना मोबाइल फेंक दिया। एसटीएफ के मुताबिक उस फोन में कई ड्रग तस्करों के नंबर और अन्य जानकारियां थीं। इतना ही नहीं, जेल के अंदर कुख्यात अपराधियों के गैंग द्वारा नशा उपलब्ध कराने वाले 6 ठिकानों पर भी एसटीएफ ने छापेमारी कर करीब आधा दर्जन से अधिक तस्करों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी तक की कार्रवाई में लाखों रुपए के ड्रग्स बरामद किये गए हैं।
बातचीत के लिए ऑनलाइन पेमेंट
एसटीएफ के मुताबिक जांच में यह भी पता चला कि जेल ( Almora district jail) में अन्य अपराधी बंदियों की परिजनों से फोन पर बातचीत कराकर ऑनलाइन पैसा वसूलते हैं। एसटीएफ को बंदियों के परिजनों से ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसजेक्शन के सबूत मिले हैं। ऐसे ही एक शख्स जो काशीपुर निवासी है, उसे एसटीएफ पूछताछ कर रही है।
ये हैं गिरफ्तार आरोपी
- दीपक तिवारी उर्फ दीपू पुत्र डीसी तिवारी, निवासी कालिका कॉलोनी, खटघरिया लोहारिया, हल्द्वानी
- संतोष रावत उर्फ संतु पुत्र लक्ष्मण निवासी बड़ोवाला आरकेडिया ग्रांट, देहरादून
- भास्कर नेगी पुत्र सदर सिंह नेगी निवासी लिंबचोड़, कोटद्वार, पौड़ी गढ़वाल
- संतोष पत्नी स्वर्गीय राजेश निवासी गोविंद नगर ऋषिकेश, देहरादून.
- मनीष बिष्ट उर्फ मन्नी पुत्र धन सिंह बिष्ट, निवासी बछुवावण मल्ला, गैरसैंण, चमोली
देहरादून की जेल में भी मारा था छापा
देहरादून की एक जेल में भी एसटीएफ ने छापा मारा, जहां से एसटीएफ को करीब डेढ़ किलो चरस बरामद हुई। अल्मोड़ा जिला जेल में भी एसटीएफ और पुलिस के हाथ जेल से चरस तस्करी का नेटवर्क संचालित करने के साक्ष्य लगे। साक्ष्यों के आधार पर एसटीएफ, पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
जेल में 11 माह पहले से इस्तेमाल हो रहे हैं फोन
जिला जेल अल्मोड़ा ( Almora district jail) में बंद कैदी के पास मोबाइल मिलने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले अक्टूबर में हुए रंगदारी कांड के खुलासे में भी जेल से तीन मोबाइल बरामद हुए थे। इन्हें रंगदारी कांड का मुख्य आरोपी कलीम और उसका साथी महिपाल इस्तेमाल करता था। करीब दस माह पहले पूर्व महिपाल के लिए हरिद्वार से जेल में मोबाइल भेजा गया था। महिपाल के भाई बंटी ने जेल के फार्मासिस्ट अंकुर के हाथ उसके लिए मोबाइल भेजा था।
जेल के अंदर से नारकोटिक्स का कारोबार होने की शिकायत पर पौड़ी, कोटद्वार, बड़ोंवाला, देहरादून, ऋषिकेश, बरेली, शाहजहांपुर, अल्मोड़ा जेल में एक साथ छापा मारा गया। अल्मोड़ा जिला जेल से दो कैदियों के पास से एक मोबाइल फोन, एक एयर फोन, एक सिम और 24 हजार की नकदी बरामद हुई। दोनों कैदियों की योजना नशा कारोबार का एक बड़ा नेटवर्क जेल से खड़ा करने की थी।
– अजय सिंह, एसएसपी एसटीएफ, देहरादून
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