देहरादून। खुद को संप्रेषण ग्रह से मुक्ति पाने के लिए एक किशोरी ने झूठी कहानी रच डाली। इसका खुलासा होने के बाद शासन ने निलंबित किए गए अनुसेवक समेत सभी स्टाफ को बहाल कर दिया है।
पिछले दिनों हल्द्वानी स्थित सम्प्रेषण गृह में रह रही किशोरी ने आरोप लगाया था की संप्रेषण ग्रह की अनुसेवक और एक अन्य स्टाफ उसको स्वास्थ्य परीक्षण के नाम पर अज्ञात स्थान पर ले जाते हैं, जहां कुछ लोग उससे दुष्कर्म करते हैं। इस आरोप के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया। शासन ने तत्काल इसका गंभीरता से संज्ञान लेते हुए अनुसेवक समेत अन्य स्टाफ को निलंबित कर दिया और जांच के आदेश दिए।
दुष्कर्म के आरोप विभागीय व पुलिस की जांच में झूठे पाए गए। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने हल्द्वानी संप्रेषण गृह में कार्यरत अनुसेवक दीपा और होमगार्ड गंगा को बहाल कर दिया है।
मंत्री ने जानकारी दी कि संप्रेषण गृह में रह रही किशोरी अपने घर जाना चाहती थी, जिसके लिए उसने यह झूठी कहानी रची थी। किशोरी की मेडिकल रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की पुष्टि नही हुई।