न्यूज जंक्शन 24, हल्द्वानी। रूस-यूक्रेन के हालात भयावह हो चुके हैं। रूसी सेनाओं के हमले में यक्रेन के कई रिहायशी इलाके खंडहर हो चुके हैं। सबसे ज्यादा खराब हालत कीव और खारकीव शहर की है। दोनों ही जगहों पर रह रहे भारतीयों (Sejal arya of Bhowali) को भारत सरकार ने शहर खाली करने का अल्टीमेटम दिया था। कीव को तो सभी भारतीय छोड़ चुके हैं, मगर खारकीव से खबर है कि अब भी वहां कई भारतीय बंकरों में शरण लिए हुए हैं। बताया जा रहा है कि इन लोगों को यूक्रेनी सेना बाहर नहीं निकलने दे रही है और गोली मारने की धमकी दे रही है।
नैनीताल जिले के भवाली की रहने वाली सेजल आर्य (Sejal arya of Bhowali) भी इन्हीं भारतीयों में शामिल है, जो खारकीव में फंसी हुए हैं। सेजल से दो दिनों से परिजनों की बातचीत भी नहीं हुई है। सेजल के चाचा अखिलेश कुमार ने बताया कि दो दिन पहले सेजल ने अपने पिता डॉ. विनय कुमार से बात की थी, जो बरेली में चिकित्सक हैं। उन्होंने बताया कि सेजल 4 महीने पहले ही यूक्रेन गई थी। वह खारकीव में ही एक मेडिकल कॉलेज की स्टूडेंट है। जब युद्ध छिड़ा तो वह खारकीव में ही थी। वहां के लगातार बिगड़ रहे हालात से वह भयभीत है।
अखिलेश कुमार ने बताया कि जब भारत सरकार ने सभी भारतीयों को रोमानिया या पौलेंड बॉर्डर पहुचने को कहा तो सेजल (Sejal arya of Bhowali) भी अपने साथियों के साथ पैदल ही हॉस्टल से निकलकर जाने लगी। वह खारकीव के बार्डर पर पहुंची तो उसने बताया कि वहां आसपास काफी मिसाइलें और गोलीबारी हो रही थी, जिससे वो लोग एक बंकर में छुप गए। अखिलेश ने सेजल (Sejal arya of Bhowali) के हवाले से बताया कि यूक्रेनी सैनिक भी छात्राओं से अभद्रता कर रहे हैं। सरकार बच्चों से कह रही है कि वह पोलैंड, रोमानिया या हंगरी के बाॅर्डर पर पहुंचे, मगर ये सभी खारकीव से वह सैकड़ो किमी दूर है। जहां युद्ध की स्थिति में पैदल पहुंचना संभव नहीं है। अखिलेश ने भारत सरकार से खारकीव में फंसे छात्रों को निकालने के लिए कुछ अन्य प्रयास करने की अपील की है।
न्यूज चैनल को दिया इंटरव्यू
अखिलेश ने बताय कि घर वाले 2 दिनों से सेजल (Sejal arya of Bhowali) से बात न होने के कारण चिंतित है। देर शाम उसे एक न्यूज चैनल वालों से बातचीत करते हुए देखा तो थोड़ा सुकून मिला। मगर उसकी बातें हमें डरा रही हैं। वह कह रही थी कि यूक्रेनी सैनिक बदसलूकी कर रहे हैं और ट्रेन में चढऩे पर गोली मारने की धमकी देे रहे हैं।
ऐसे ही लेटेस्ट व रोचक खबरें तुरंत अपने फोन पर पाने के लिए हमसे जुड़ें
हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे यूट्यब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
हमारे टेलीग्राम ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।
हमारे फेसबुक ग्रुप से जुड़ने के लिए क्लिक करें।