न्यूज़ जंक्शन 24, बरेली। वित्तीय वर्ष समाप्त होने वाला है। 1 अप्रैल से विलय हो चुके 8 राष्ट्रीयकृत बैंकों की पासबुक, चेक बुक, आईएफएससी कोड, एमआईसीआर बैंक के नाम में बदलाव हो जाएगा। यह बैंक उस बैंक का नाम से जाने जाएंगे जिसमें इनका विलय किया गया है।
बरेली के एलडीएम एमएस प्रसाद ने बताया कि इस संबंध में ग्राहकों को संदेश भेजने शुरू कर दिए गए हैं। सिंडिकेट बैंक पूर्व नाम के उपभोक्ताओं को 30 जून तक पासबुक, चेक बुक और आईएफएससी कोड बदलने का समय दिया गया है लेकिन अधिकांश बैंकों ने 30 मार्च तक का ही समय दिया था जो मंगलवार शाम तक खत्म हो जाएगा। जिन बैंकों का विलय किया उसमें बैंक ऑफ बड़ौदा में देना बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में कारपोरेशन बैंक, यूनियन बैंक में आंध्र बैंक, पंजाब नेशनल बैंक में ओबीसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक में यूनाइटेड बैंक, केनरा बैंक में सिंडिकेट बैंक, इंडियन बैंक में इलाहाबाद बैंक शामिल है। एलडीएम ने बताया कि बैंकों के विलयीकरण को लेकर सॉफ्टवेयर पहले ही बदले जा चुके हैं। सिर्फ उनके चेक बुक, पासबुक व आईएफएससी कोड नए नाम से होंगे। सिंडिकेट समेत कई बैंकों के ग्राहकों को चेक बुक व पासबुक बदलवानी होगी।