भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां नशे में धुत तीन सिपाहियों ने मिलकर अपने एएसपी को ही बीच सड़क पीट दिया। यही नहीं, सिपाहियों ने उन्हें दांत से काटा भी और एएसपी की पत्नी को भी धक्का दे दिया। अब मामले में तीनों सिपाहियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
भोपाल के एएसपी बीएम शाक्य परिवार के साथ राजधानी भोपाल के रेडियो कॉलोनी में रहते हैं। वह डायल 100 मुख्यालय के वर्कशॉप शाखा में कार्यरत हैं। रविवार रात करीब 11:40 बजे वह वर्धमान सिटी में स्थित अपने साढ़ू भाई के घर से परिवार संग सरकारी गाड़ी से घर लौट रहे थे। इस दौरान डिपो चौराहे पर देसी शराब की दुकान के सामने उन्हें बीच सड़क पर बैरिकेड्स रखे हुए दिखे। सड़क पर कम जगह होने की वजह से वह अपनी गाड़ी से उतर गए और बैरिकेड्स खिसकाने लगे। तभी सामने की सड़क से सिविल ड्रेस में नशे में धुत तीन सिपाही तेज रफ्तार में कार चलाते हुए पहुंचे। रफ्तार तेज होने से कार से एएसपी को हल्की सी टक्कर लग गई।
एएसपी ने उन सिपाहियों को सलीके से गाड़ी चलाने की सलाह दी तो वे तीनों एएसपी पर ही भड़क उठे। तीनों सिपाहियों ने एएसपी से बदसलूकी शुरू कर दी और धमकी दी। विवाद बढ़ने पर नशे में धुत तीनों सिपाहियों ने मारपीट शुरू कर दी। एक सिपाही ने तो एसएसपी की हाथ की अंगुली को दांत से काट लिया, जबकि दूसरे ने उनके कंधे पर हमला किया और तीसरे ने एससपी को तीन-चार चांटे भी जड़ दिए। इसी बीच एएसपी शाक्य की पत्नी ने जब गाड़ी से उतरकर बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो उनका भी हाथ पकड़कर सिपाहियों ने धक्का मार दिया।
एक सिपाही पहले से है निलंबित, देह व्यापार में पकड़ा गया था
एएसपी शाक्य ने बताया कि जब तक मैं अपना परिचय देता, वे लोग यह कहते हुए निकल गए कि तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे। अगली बार हमसे उलझोगे, तो जान से मार देंगे। इसके बाद वो लोग गाड़ी लेकर भदभदा रोड की ओर चले गए। इधर, टीटी नगर पुलिस ने एएसपी बीएम शाक्य की शिकायत पर तीनों आरोपी कांस्टेबल विनोद पाराशर (ट्रैफिक), अनिल जाट (डीआरपी) और 25वीं बटॉलियन के एसएएफ अवधेश चौधरी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जानकारी के अनुसार अनिल जाट पहले से ही निलंबित है। वह 2019 में देह व्यापार के एक रेड में पकड़ा गया था।
बिना वर्दी के थे सभी
घटना के दौरान सभी पुलिसकर्मी बिना वर्दी के थे। नशे में धुत तीनों सिपाही भी बिना वर्दी कहीं से आ रहे थे। वहीं, एएसपी भी बिना वर्दी के ही थे।