प्यार की आड़ में साज़िश? बांग्लादेश ले जाकर धर्मांतरण, फिर फर्जी पहचान बनाकर लौट आया भारत

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उत्तराखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ के मामला उजागर होने के बाद लगातार चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक ममून हसन से जुड़े नए तथ्यों ने पुलिस की जांच को और गंभीर बना दिया है। हिंदू महिला के नाम पर फर्जी तरीके से भारतीय नागरिक बनकर रह रहे ममून पर अब अवैध धर्मांतरण कराने का बड़ा आरोप सामने आया है। ममून को 21 नवंबर को देहरादून पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

जांच में सामने आया कि ममून ने अपनी हिंदू प्रेमिका रीना चौहान का बांग्लादेश में अवैध धर्मांतरण कराया। धर्म बदलने के बाद रीना का नाम फरजाना अख्तर रखा गया। संबंधित बांग्लादेशी दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं। धर्मांतरण के बाद दोनों ने निकाह किया और फिर अवैध रूप से भारत में प्रवेश किया।

पुलिस का मानना है कि इस धर्मांतरण के पीछे किसी संगठित गिरोह की भूमिका हो सकती है। इसी वजह से पूरे मामले की हर कड़ी की विस्तृत जांच की जा रही है।

20 नवंबर को एलआईयू और नेहरू कॉलोनी पुलिस ने संयुक्त अभियान में ममून हसन (निवासी मेहरपुर, बांग्लादेश) और रीना चौहान (निवासी त्यूणी, देहरादून) को गिरफ्तार किया। दोनों अलकनंदा एंक्लेव में किराए पर रह रहे थे। ममून 2019, 2020 और 2021 में तीन बार टूरिस्ट वीज़ा पर भारत आया और रीना से मिलता रहा।

साल 2022 में ममून रीना को अवैध रूप से सीमा पार कर बांग्लादेश ले गया। वहीं दोनों ने शादी की और रीना का धर्मांतरण कर नया नाम फरजाना अख्तर रख दिया। कुछ समय बाद दोनों फिर अवैध तरीके से वापस देहरादून लौट आए।

देहरादून आने के बाद रीना ने अपने पहले पति के नाम का उपयोग करके ममून के लिए फर्जी भारतीय दस्तावेज तैयार करवाए। पुलिस यह जांच रही है कि ये दस्तावेज किस नेटवर्क के माध्यम से तैयार किए गए और इसमें कौन–कौन शामिल था।

देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बांग्लादेश की संबंधित एजेंसियों से निरंतर संपर्क किया जा रहा है। जांच के दौरान पुलिस को रीना के धर्म परिवर्तन और बांग्लादेश में बने फर्जी प्रमाण-पत्र जैसे अहम दस्तावेज मिले हैं। पुलिस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है।