न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनाव की तारीखों के एलान के बाद सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। पार्टियां अपने प्रत्याशियों के नामों को फाइनल करने में माथापच्ची कर रही हैं। प्रदेश की सत्ता में विराजमान भाजपा का एजेन्डा साफ है कि जीत के मामले में कोई समझौता नहीं करेगी, इसके लिए ऐसे बड़े दिग्गज जिनकी उनके ही क्षेत्र से रिपोर्ट अगर सही नहीं है तो टिकट काटने में देर नहीं लगाएगी। इसी कड़ी में दिल्ली में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हुई है। इस बैठक में कई मुद्दों के साथ टिकट (Bjp Candidates) को लेकर भी चर्चा की गई।
सूत्रों का कहना है कि अभी तक कि चर्चा में कई बड़े नाम ऐसे हैं, जिनकी क्षेत्र से रिपोर्ट सही नहीं मिल रही है। इन नामों में कुछ वर्तमान में मंत्री भी हैं। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर मतदाता योगी और मोदी के लिए तो तैयार हैं पर वर्तमान जनप्रतिनिधि के प्रति उनके मन मे गुस्सा है। पार्टी ऐसे नामों पर गहनता से मंथन कर रही है। पार्टी ने तय कर लिया है कि मतदाताओं की मंशा के विपरीत प्रत्याशी उतारने के बिल्कुल पक्ष में नहीं है। वह दावेदार चाहें पार्टी में कितना ही ताकतवर क्यों न हो। सूत्रों की मानें तो ऐसे करीब एक दर्जन मंत्री हैं, जिनकी अपने ही क्षेत्रों में रिपोर्ट सही नहीं है, मगर उस क्षेत्र के मतदाता भाजपा को चाहते हैं। पार्टी ने ऐसी सीटों पर दूसरे मजबूत नामों की भी रिपोर्ट ले ली है।
बैठक में शामिल हुए डिप्टी चीफ मिनिस्टर दिनेश शर्मा के अनुसार, बैठक में चुनावों के लिए आगे क्या किया जाना है, इस पर बातचीत हुई। साथ ही टिकट (Bjp Candidates) को लेकर भी चर्चा की गई। पार्टी जिताऊ उम्मीदवार पर ही विश्वास जताएगी। भाजपा सिर्फ अपने काम के दम पर ही चुनाव में उतरेगी। साथ ही हमें विश्वास है कि हम बहुमत से सरकार बनाएंगे।
आज हो रही एक आैर बैठक
चुनाव के लेकर हो रही इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य ऐसे उम्मीदवारों (Bjp Candidates) को चयन करना हैं, जो चुनाव में कमल खिला सकें। कई नेता लाइन में हैं और उनके नामों पर आलाकमान विचार कर रहे हैं। इस कड़ी में आज फिर से यूपी कोर ग्रुप की एक बड़ी बैठक दिल्ली में चल रही है। इस बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत प्रदेश के कई नेता शामिल होंगे। साथ ही बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोनों उपमुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव और सुनील बंसल भी शामिल होंगे। इनके अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी बैठक में शामिल हो सकते हैं।
इस बैठक में उम्मीदवार (Bjp Candidates) के नाम पर चर्चा खास रहेगी लेकिन इसके अलावा जातिगत समीकरणों को भी देखा जाएगा। यूपी के कई इलाकों में जाति विशेष के लोग चुनावी नतीजों को प्रभावित करते हैं। ऐसे में आलाकमान इस ओर भी ध्यान दे रहे हैं। इसके साथ ही क्षेत्र विशेष की स्थिति को भी ध्यान में रखा जाएगा।
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