देहरादून : उत्तराखंड में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए अब शिक्षण व्यवस्था में भी मंथन शुरू हो गया है। ताकि छात्र-छात्राओं की पढ़ाई चौपट न हो। इसको लेकर अलर्ट प्रदेश के उच्चशिक्षा राज्यमंत्री धन सिंह रावत खुद चिंता कर रहे हैं। डॉ. रावत ने रविवार को कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं की पढ़ाई प्रभावित नहीं होने दी जाएगी। छात्रों को ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों मोड में पढ़ाई करवाई जाएगी। इस संबंध में अधिकारियों को शीघ्र निर्देश जारी किए जा रहे हैं।
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने जारी एक बयान में कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण एक बार फिर से बढऩे लगा है। इसे देखते हुए उच्च शिक्षा के अंतर्गत छात्र-छात्राओं की पढ़ाई दोनों मोड में कराने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा को इस संबंध में शीघ्र निर्देश जारी करने को कहा गया है, ताकि राज्य के समस्त निजी व सरकारी विश्वविद्यालयों, उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई जारी रहे। उन्होंने बताया कि विज्ञान वर्ग एवं प्रयोगात्मक विषय के छात्र-छात्राएं अपने संस्थानों में आकर पढ़ाई कर सकेंगे, जबकि अन्य विषय के छात्र-छात्राएं घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। दोनों मोड में पढ़ाई सुनिश्चित कराने के लिए विवि स्तर पर कुलपति व राजकीय महाविद्यालय स्तर पर निदेशक उच्च शिक्षा मॉनिटरिंग करेंगे व शासन को प्रत्येक माह अपनी रिपोर्ट देंगे। राजकीय महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने संस्थान की रिपोर्ट निदेशक उच्च शिक्षा को प्रस्तुत करेंगे।
94 कॉलेजों में 4जी कनेक्टिविटी
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि 106 राजकीय महाविद्यालयों में से 94 महाविद्यालयों को 4जी सेवा से जोड़ दिया गया है। शेष महाविद्यालयों को भी 30 अप्रैल तक इस सेवा से जोड़ दिया जाएगा। सभी राजकीय विवि व महाविद्यालयों में पुस्तकालय, बिजली, पेयजल, स्मार्ट क्लास, ई-बोर्ड, ई-लाइब्रेरी, कम्प्यूटर, आधुनिक प्रयोगशाला उपकरण, फर्नीचर आदि 14 चिह्ऩित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करा दी गई हैं।